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ओडिशा: लिंगराज मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद, भगवान जगन्नाथ के दर्शन से पहले करानी होगी जांच

by Sneha Shukla

पीटीआई, भुवनेश्वर

द्वारा प्रकाशित: कुलदीप सिंह
Updated Mon, 19 Apr 2021 02:13 AM IST

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ओडिशा की राजधानी भुवनों स्थित प्रसिद्ध हिपराज मंदिर को कई सेवादारों के कोरोनावायरस से हानिकारक पाया जाने के बाद रविवार को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया।

भुवमेन नगर निगम ने हालांकि कहा कि वह सुनिश्चित करेगा कि यह शिव मंदिर रूट अनुष्ठानों के लिए खुले रहे और केवल सेवादारों को ही इस दौरान प्रवेश की अनुमति होगी।

निकाय ने कहा कि भगवान अशोकष्टमी रथयात्रा मंदिर प्रशासन द्वारा विभाजित -19 नियमों के तहत संपन्न किया जाएगा। इस बीच, रविवार को पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर को रोगाणु मुक्त किया गया। मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) सोमवार से लागू होगी।

नई एसओपी के मुताबिक पुरी के बाहर से आने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमण मुक्त होने या टीकाकरण पूर्ण होने का प्रमाण पत्र देना होगा। आरटी-पीसीआर रिपोर्ट चार दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।

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ओडिशा की राजधानी भुवनों स्थित प्रसिद्ध हिपराज मंदिर को कई सेवादारों के कोरोनावायरस से हानिकारक पाया जाने के बाद रविवार को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया।

भुवमेन नगर निगम ने हालांकि कहा कि वह सुनिश्चित करेगा कि यह शिव मंदिर रूट अनुष्ठानों के लिए खुले रहे और केवल सेवादारों को ही इस दौरान प्रवेश की अनुमति होगी।

निकाय ने कहा कि भगवान अशोकष्टमी रथयात्रा मंदिर प्रशासन द्वारा विभाजित -19 नियमों के तहत संपन्न किया जाएगा। इस बीच, रविवार को पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर को रोगाणु मुक्त किया गया। मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) सोमवार से लागू होगी।

न्यू एसओपी के मुताबिक पुरी के बाहर से आने वाले लोगों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए आरटी-पीसीआर जांच में ट्रांसपोर्ट फ्री होने या टीकाकरण पूर्ण होने का प्रमाण पत्र देना होगा। आरटी-पीसीआर रिपोर्ट चार दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।

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