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फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रो और अमेरिक के राष्ट्रपति जो बाइडन

कोरोना को मिलेगी मात: भारत को फ्रांस देगा ऑक्सीजन, अमेरिका ने वैक्सीन के लिए कच्चे माल का दिया भरोसा

by Sneha Shukla

सार

फ्रांस के राष्ट्रपति इरो ने रविवार को कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत को देख फ्रांस आने वाले दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन क्षमता के साथ उसकी मदद करने की योजना बना रही है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इरो और अमेरिक के राष्ट्रपति जो बाइडन
– फोटो: ट्विटर

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भारत में कोरोना की दूसरी लहर में मामला तेजी से बढ़ रहा है, स्थिति दिनों-दिन गंभीर होती रही है। इसकी वजह से लाखों लोगों के जीवन पर संकट आ खड़ा हुआ है। वहीं ऑक्सीजन परिस्थिति की वजह से देश में हाहकार मचा हुआ है। उसके बारे में रहने की नजरें भारत पर टिकी हैं और कई बड़े देशों ने मदद का हाथ भी भारत की तरफ बढ़ाया है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल आईक्रो ने रविवार को कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत को फ्रांस आने वाले दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन क्षमता के साथ उसकी मदद करने की योजना बना रही है।

इसी के साथ ही जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और यूरोपीय संघ ने भारत को एक महामारी के खिलाफ मदद करने की योजना की घोषणा की है। इन देशों ने भारत में अस्पताल के बिस्तर और मेडिकल ऑक्सीजन का भंडारण करने की योजना बनाई है।

जर्मन की चांसलर मैर्केल ने कहा कि भारत को मदद करने के लिए एक मिशन तैयार है। इंटरनेट पर उनके प्रवक्ता स्टीफन सीबेरट द्वारा किए गए संदेश में कहा कि भारत के लोगों के लिए मैं उस भयानक पीड़ा पर अपनी सहानुभूति व्यक्त करना चाहता हूं जो को विभाजित की वजह से समुदायों पर आई है। साथ ही महामारी के खिलाफ लड़ाई हमारी आम लड़ाई है। जर्मनी भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है और तत्काल एक मिशन तैयार कर रहा है।

ब्रिटिश उच्चायोग और यूरोपीय संघ ने मदद का हाथ बढ़ाया
वहीं ब्रिटिश उच्चायोग ने भारत की तरफ अपना हाथ बढ़ाया है और वह कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में भारत को 600 से अधिक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण प्रदान करता है।

इससे पहले यूरोपीय संघ (ईयू) ने कहा था कि वह भारत को मदद करने की पूरी कोशिश करेगा। देश में कोरोना के मामलों और मौतों में तेज वृद्धि के बीच जिसके कारण कुछ भागों में अस्पताल के बिस्तर और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हुई है।

अमेरिका ने वैक्सीन के लिए कच्चे माल का दिया भरोसा
कोरोना वैक्सीन को बनाने के लिए कच्चे माल की कमी के बाद भारत ने अमेरिका से कच्चे माल पर लगाई गई रोक को हटाने का काम किया था। अब राहत की खबर आ रही है कि अमेरिका भारत को वैक्सीन के लिए अनिश्चित माल देने को तैयार हो गया है।

बता दें कि दोनों देशों के एनएसए के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। इस बयान में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करने को तैयार हैं। कोरोना महामारी की शुरुआत में भारत ने अमेरिका के अस्पतालों के लिए मदद भेजी थी अब अमेरिका ने भी भारत के मुश्किल हालात में मदद करने के लिए दृढ़ता दिखाई है।

कोविशील्ड वैक्सीन के लिए अनिश्चित माल उपलब्ध करवाएगा अमेरिका
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार, अमेरिका ने भारत में कोविशील्ड वैक्सीन के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल की पहचान कर ली है जिसे तुरंत भारत को उपलब्ध कराए जाएंगे।

ईरान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, भूटान और यूरोपीय संघ सहित कई अन्य देशों ने भारत को मदद करने का भरोसा दिया है। भारत ने 24 घंटे में 3,49,691 नए कोरोना के मामले दर्ज किए हैं। पिछले साल महामारी के बाद से एक दिन में इतनी संख्या में पहली बार मामला सामने आया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना के कारण देश में 2,767 नई मौतें दर्ज की गई हैं।

पाकिस्तान के विपक्ष के नेताओं ने कोविड -19 वैश्विक महामारी से लड़ रहे भारत के लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की और उम्मीद जताई कि दोनों देश एक दूसरे को नष्ट करने पर अरबों रुपए खर्च करने के बजाए अपने लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने पर ध्यान दें केंद्रित होगा।

पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेम्बली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने रविवार को ट्वीट किया कि मौत और बीमारी के समय मानवता धर्म और राष्ट्र से ऊपर होती है। हम कोविद -19 से बुरी तरह प्रभावित हुए भारत के लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं।

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि समझदारी से काम लिया जाएगा और दक्षिण एशियाई देश एक दूसरे को नष्ट करने पर अरबों रुपए खर्च करने के बजाए अपने लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।

पीएमएलएन उपाध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा कि भारत में दिल दहलाने वाले दृश्य देखने को मिले हैं। अल्लाह हम सब पर रहम करे। आम।

पाकिस्तान ने कोविद -19 की घातक लहर से लड़ने में मदद देने के लिए भारत को वेंटिलेटर सहित अन्य राहत सेवाओं उपलब्ध कराने की पेशकश की है और कहा कि दोनों देश वैश्विक महामारी के कारण उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए आगे सहयोग के संभावित तरीकों की संभावनाएं हैं। खोज कर सकते हैं।

यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भारत के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के बाद की गई है। उन्होंने कहा, “हमें मानवता के सामने आई इस वैश्विक चुनौती से मिलकर लड़ना होगा।

विस्तार

भारत में कोरोना की दूसरी लहर में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, स्थिति दिनों-दिन गंभीर होती रही है। इसकी वजह से लाखों लोगों के जीवन पर संकट आ खड़ा हुआ है। वहीं ऑक्सीजन परिस्थिति की वजह से देश में हाहकार मचा हुआ है। उसके बारे में रहने की नजरें भारत पर टिकी हैं और कई बड़े देशों ने मदद का हाथ भी भारत की तरफ बढ़ाया है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल आईक्रो ने रविवार को कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से जूझ रहे भारत को फ्रांस आने वाले दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन क्षमता के साथ उसकी मदद करने की योजना बना रही है।

इसी के साथ ही जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और यूरोपीय संघ ने भारत को एक महामारी के खिलाफ मदद करने की योजना की घोषणा की है। इन देशों ने भारत में अस्पताल के बिस्तर और मेडिकल ऑक्सीजन का भंडारण करने की योजना बनाई है।

जर्मन की चांसलर मैर्केल ने कहा कि भारत को मदद करने के लिए एक मिशन तैयार है। इंटरनेट पर उनके प्रवक्ता स्टीफन सीबेरट द्वारा किए गए संदेश में कहा कि भारत के लोगों के लिए मैं उस भयानक पीड़ा पर अपनी सहानुभूति व्यक्त करना चाहता हूं जो को विभाजित की वजह से समुदायों पर आई है। साथ ही महामारी के खिलाफ लड़ाई हमारी आम लड़ाई है। जर्मनी भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है और तत्काल एक मिशन तैयार कर रहा है।

ब्रिटिश उच्चायोग और यूरोपीय संघ ने मदद का हाथ बढ़ाया

वहीं ब्रिटिश उच्चायोग ने भारत की तरफ अपना हाथ बढ़ाया है और वह कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में भारत को 600 से अधिक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण प्रदान करता है।

इससे पहले यूरोपीय संघ (ईयू) ने कहा था कि वह भारत को मदद करने की पूरी कोशिश करेगा। देश में कोरोना के मामलों और मौतों में तेज वृद्धि के बीच जिसके कारण कुछ भागों में अस्पताल के बिस्तर और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हुई है।

अमेरिका ने वैक्सीन के लिए कच्चे माल का दिया भरोसा

कोरोना वैक्सीन को बनाने के लिए कच्चे माल की कमी के बाद भारत ने अमेरिका से कच्चे माल पर लगाई गई रोक को हटाने का काम किया था। अब राहत की खबर आ रही है कि अमेरिका भारत को वैक्सीन के लिए अनिश्चित माल देने को तैयार हो गया है।

बता दें कि दोनों देशों के एनएसए के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। इस बयान में अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करने को तैयार हैं। कोरोना महामारी की शुरुआत में भारत ने अमेरिका के अस्पतालों के लिए मदद भेजी थी अब अमेरिका ने भी भारत के मुश्किल हालात में मदद करने के लिए दृढ़ता दिखाई है।

कोविशील्ड वैक्सीन के लिए अनिश्चित माल उपलब्ध करवाएगा अमेरिका

व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार, अमेरिका ने भारत में कोविशील्ड वैक्सीन के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल की पहचान कर ली है जिसे तुरंत भारत को उपलब्ध कराए जाएंगे।

ईरान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, भूटान और यूरोपीय संघ सहित कई अन्य देशों ने भारत को मदद करने का भरोसा दिया है। भारत ने 24 घंटे में 3,49,691 नए कोरोना के मामले दर्ज किए हैं। पिछले साल महामारी के बाद से एक दिन में इतनी संख्या में पहली बार मामला सामने आया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना के कारण देश में 2,767 नई मौतें दर्ज की गई हैं।


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