<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के शेफ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजीत सिंह का कोरोना से निधन हो गया है। 82 वर्ष के अजित सिंह कोरोनाचारी थे। मगंलवार रात तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज उनकी निंदा हो गई है। ये खबर उनके बेटे जयंत चौधरी ने ट्वीट कर दी है। p>
अजित सिंह 20 अप्रैल को कोरोना से निकाय पाए गए थे। आज शाम छह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। जयंत चौधरी ने कहा, "दुख और महामारी के काल में हमारी प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें, संभव हो तो घर में रहें और सावधानी जरूर बरतें। इससे देश में सेवा कर रहे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी मदद मिलेगी। ये चौधरी साहब को आपकी सच्चा श्रदांजलि होगी।" p>
चौधरी साहब नहीं रहे!
h pic.twitter.com/7cnLkf0c6K p> & mdash; जयंत चौधरी (@jayantrld) 6 मई, 2021 blockquote><स्क्रिप्ट src ="https://platform.twitter.com/widgets.js" async ="" charset ="utf-8"> script> p>
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर अजीत सिंह के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा, "पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से बेहद दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहते हैं। उन्होंने कई विभागों के जिम्मेदारों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और फैंसी के साथ हैं। ओम शांति!" p>
अजीत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे थे। चौधरी अजीत सिंह ने वर्ष 1986 से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। 1986 में वह राज्यसभा भेजे गए थे। 1987 से 1988 तक लोकदल (ए) और जनता पार्टी के अध्यक्ष पद की भूमिका। 1989 में अपनी पार्टी का विलय जनता दल में कर दिया गया। अजीत सिंह 6 बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहे। इसके अलावा 4 प्रधान मंत्री की काउंटर में मंत्री भी रहे। p>
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