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Surname Kya Hota Hai

उपनाम ( Surname ) क्या होता है ? | Surname Kya Hota Hai

by Pritam Yadav

Surname Kya Hota Hai | Surname name meaning in Hindi :- आपने बहुत सारे आदमियों और महिलाएं के नाम के आगे सरनेम देखा होगा, जिसे हम टाइटल के नाम से भी जानते हैं और आपके मन में यह ख्याल जरूर आया होगा, कि आखिर आदमी अपने नाम के आगे सरनेम क्यों लगाते हैं और सरनेम क्या होता है और सरनेम क्यों रखा जाता है ।

अगर आपको इन सब के बारे में मालूम नहीं है और आप इन सब से जुड़ा अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बनी रहे, क्योंकि इस लेख में हम इसी पर चर्चा करने वाले हैं।


Surname Kya Hota Hai | सरनेम क्या होता है ?

Surname नाम के अंत में लगने वाला एक टाइटल होता है, उसी से किसी भी जाति, धर्म, caste, या फिर उसके अतीत का पता चलता है।

अधिकांश लोग अपने सरनेम पूर्वजों के हिसाब से रखा करते हैं, जैसे मान लीजिए कि कोई ब्यक्ति यादव है।

तो उसके पूर्वज हमेशा से ही अपने नाम के अंत में यादव लगाते आए हैं, तो आगे वाला बंदा भी यादव ही लगाएगा। उसी प्रकार से अगर कोई व्यक्ति राजपूत है, तो वह अपने नाम के अंत में राजपूत या फिर ठाकुर लगाता है।

उदाहरण के तौर पर :- अभिनव राजपूत, प्रीतम यादव, अमित राजपूत, आदित्य पटेल,  रौशन सिंह, टिंकू महतो, हिमेश लाला, हिदायत अली, सोएब खान, यूसफ़ पठान और  इत्यादि कई सारे।

आप इन सभी नाम के अंत में लगने वाले टाइटल को देख सकते हैं, यह सब Surname है। अलग अलग व्यक्ति अलग-अलग Surname लगाते हैं, हमारे देश में बहुत से कास्ट और धर्म के लोग रहते हैं – वह अपने हिसाब से अपना सरनेम लगाते हैं।

कई कई मामलों में लोग नाम को ही टाइटल रख देते हैं, जैसे कि :- ज्योति प्रकाश, ओम प्रकाश, और इत्यादि।

अब आप इस मामले में कहेंगे, कि इस में तो कोई सरनेम ही नहीं है, तो हम आपके जानकारी के लिए बता दे, कि ऐसी कई सारे नाम होते हैं – जिनके अंत में कोई Surname यानी कि टाइटल नहीं होता है।

तो इसमें कोई हैरानी वाली बात नहीं है, लोग अपनी इच्छा अनुसार अपना Surname लगाते हैं। मगर किसी व्यक्ति का नाम तभी पूरा होता है, जब उसके अंत में कोई सरनेम लगा होता है।


Surname meaning in Hindi | सरनेम का अर्थ क्या होता है ?

Surname का meaning हिंदी में ” उपनाम / Upnam ” होता है, बहुत से लोग इसे अलग अलग नाम से जानते है।

जैसे कि :- उर्फ, कुलनाम, पदवी, तख़ल्लुस, सरनेम, ख़िताब, उपाधि, कुलनाम, सरनेम प्रमाणपत्र, सरनेम, कुलनाम, और इत्यादि बहुत सारे।


Surname में क्या डाल जाता है ?

दोस्तों, हमने ऊपर के टॉपिक में जाना की Surname Kya Hota Hai और सरनेम का अर्थ क्या होता है। अब हम इस टॉपिक के माध्यम से जानेंगे, कि आखिर सरनेम में क्या क्या डाला जाता हैं ?

लोग अपने सरनेम में जाति उपजाति और कुल और वंश और पूर्वजों के चलते आ रहे टाइटल को डालते हैं और उसी से अपना संबोध कर आते हैं। और उनकी पहचान भी उसी टाइटल से होती है, जिस टाइटल को उनके दादा परदादा यानी कि उनके पूर्वज रखते आए हैं।

उदाहरण के तौर पर :-  जैसे मैं एक राजपूत हूं और मेरे पूर्वज हमेशा से अपने नाम के बाद राजपूत सरनेम लगाते आए हैं तो मैं भी अपने अगले आने वाले पीढ़ी के नाम के अंत में राजपूत ही लगाऊंगा, क्योंकि यही मेरा सरनेम है और यह मेरे पूर्वजों और कुल से मिला है।


शादी के बाद लड़कियों का सरनेम क्यो बदल जाता है ?

शादी के बाद लड़कियों का सरनेम केवल भारत देश में ही नहीं बदला जाता है, बल्कि यह बहुत से देशों में होता है,  कि शादी के बाद लड़कियों को अपने पति का सरनेम लगाना पड़ता है, ऐसा करने के पीछे बहुत सारे वजह है।

कई सारे लोगों का ऐसा कहना है, कि लड़कियों का सरनेम इसलिए बदल दिया जाता है, क्योंकि उन्हें उनके पति के घर में स्वीकार कर लिया जाता है और वह दूल्हे के घर का एक हिस्सा हो जाती है और दूल्हे के घर के हिसा होने के कारण सभी परिवार का सरनेम एक होता है।

तो इसीलिए उनका भी सरनेम इसी परिवार के हिसाब से हो जाता है और इससे ऐसा भावना व्यक्त होता है, कि दूल्हे वाले उस लड़की को अपने बेटी की तरह मानते हैं और उसे बहू के रूप में स्वीकार कर लिया चुका है।


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( Conclusion, निष्कर्ष )

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Surname Kya Hota Hai , के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको Surname Kya Hota Hai , से जुड़ी हर एक जानकारी के बारे में बताने की कोशिश की है।


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