लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े लगातार कम होते नजर आ रहे हैं। प्रदेश में एक सप्ताह में 56 हजार से अधिक सक्रिय केस कम हुए हैं। आंकड़े राहत देने वाले हैं लेकिन, एक्सपर्ट्स की मानें तो प्रदेश के लिए अगले एक हफ्ता बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें कोरोना संक्रमण को लेकर तस्वीर और साफ हो जाएगा। इसकी वजह है प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू और पंचायत चुनाव की काउंटिंग दोनों का ही 6 से 8 दिन का वक्त बीत जाता है।
कोरोना कफ़्यू का असर
मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार किसी भी व्यक्ति जब किसी कोरोनाटे के संपर्क यानी एक्सपोजर में आता है तो पांचवे या छठे दिन कोरोना डिटेक्ट होने की अधिक संभावना रहती है। यानी एक्सपोजर होने के बाद लक्षण पहले भी आ सकते हैं लेकिन टेस्ट में ज्यादातर पांचवे या छठे दिन का पता चलता है। इस गणना से अब वह समय आ गया है जिसमें आंकड़ों पर कोरोना कर्फ्यू का भी असर शुरू हो रहा है और पंचायत चुनाव की पोलिंग का भी।
साफ होगा चित्र
जाहिर सी बात है कि कोरोना कर्फ्यू है तो संक्रमण फैलने की रफ्तार धीमी हुई और केस भी कम होंगे। लेकिन, दूसरा पक्ष 2 मई को शुरू हुआ पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान सभी ने ये नजारा देखा कि किस तरह प्रदेश भर के काउंटिंग सेंटर्स पर भीड़ लगी। सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई। प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू मजाक बनकर रह गया। माना जा रहा है कि जो लोग उस समय परिवर्तन की चपेट में आये होंगे उनके आंकड़े अब तस्वीर साफ करेंगे।
सक्रिय केस के आंकड़ों पर एक नजर
1 मई- कुल 3,01,833 एक्टिव केस
2 मई- कुल 2,95,752 एक्टिव केस
3 मई- कुल 2,85,832 एक्टिव केस
4 मई- कुल 2,72,568 एक्टिव केस
5 मई- कुल 2,62,474 एक्टिव केस
6 मई- कुल 2,59,844 एक्टिव केस
7 मई- कुल 2,54,118 एक्टिव केस
8 मई- कुल 2,45,646 एक्टिव केस
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