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1857 ki kranti in hindi

1857 क्रांति के कारण क्या थे? | 1857 ki kranti in hindi

1857 ki kranti ke tatkalik karan ka varnan karen

by Sonal Shukla

नमस्कार दोस्तो, आपने 1857 की क्रांति के बारे में तो जरूर सुना होगा या फिर इसके बारे में जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि भारत के अंतर्गत 1857 की क्रांति का मुख्य कारण क्या थे, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि 1857 की क्रांति के कारण बताने वाले हैं, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।

1857 क्रांति के कारण क्या थे?

दोस्तों कई अलग-अलग प्रकार की परीक्षाओं के अंतर्गत 1857 क्रांति के कारण क्या थे, से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं, तथा वहां पर अनेक छात्रों को इस सवाल के बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि दोस्तों आपको भी इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि भारत के द्वारा किया गया अंग्रेजो के खिलाफ 1857 क्रांति पहला विद्रोह था, जिसकी शुरुआत के मुख्य कारण निर्णय थे :-

राजनीतिक कारण

1857 ki kranti in hindi

1857 की क्रांति के प्रमुख राजनीतिक कारण निम्न है:-

1. लॉर्ड डलहौजी की साम्राज्यवाद की नीति इस 1857 की क्रांति का एक काफी प्रमुख कारण था। इसके अंतर्गत लॉर्ड डलहौजी ने अपने शासनकाल के अंतर्गत विजयो, समर्पण, लिप्स की नीति, तथा को प्रधानता दी जैसे अनेक वाहनों का इस्तेमाल करके भारत के लगभग सभी प्रदेशों को भारत का अंग बना लिया था। और इसको देखकर भारतीयों का अंग्रेजों से विश्वास उठ गया था और वह अंग्रेजों से नफरत करने लगे थे।

2. इसके अलावा अंग्रेजो के द्वारा भारतीयों के साथ काफी दूर व्यवहार किया जाने लगा था, उस समय मुगलों के प्रति भारत के अंतर्गत काफी ऊंची इज्जत थी तथा अंग्रेजो के द्वारा लगा था उस इज्जत को कम करने का प्रयास किया जा रहा था, और यह आगे चलकर 1857 की क्रांति का एक काफी प्रमुख कारण बना था।

3. अवध का राज्य आरंभ होने के साथ ही वह अंग्रेजों के प्रति वफादार बन गया था, और अवध राज्य के राजा के द्वारा अंग्रेजों की सहायता काफी ज्यादा की जाती थी। सन 1856 के अंतर्गत जब अंग्रेजों के कुशासन का झूठा आरोप लगाया गया था , तो इस राज्य को अंग्रेजो के द्वारा अपने साम्राज्य के अंतर्गत शामिल कर लिया गया था, इससे अवध की जनता अंग्रेजों के ऊपर काफी क्रोधित हो चुकी थी।

आर्थिक कारण

सन 1857 की क्रांति के आर्थिक कारण निम्न है:-

1. अंग्रेजों ने भारत में अपना साम्राज्य बढ़ाने के साथ-साथ भारतीयों का शोषण करना भी शुरू कर दिया था, इसके अलावा अंग्रेजो के द्वारा भारतीयों को आर्थिक रुप से कमजोर किया जा रहा था, जिससे भारतीयों की परेशानियां काफी बढ़ने लग गई थी।

2. अंग्रेजों ने भारतीयों के द्वारा की जाने वाली खेती पर भी टैक्स लगाना शुरू कर दिया था, जिसका बाहर कि किसानों के द्वारा काफी विरोध किया गया था, लेकिन उस समय अंग्रेजों के पास का की ताकत थी, तो किसानों को अंग्रेजों के सामने झुकना पड़ा था, तथा और आगे चल कर यह 1857 की क्रांति का काफी प्रमुख कारण बना था।

3. भारत के अंतर्गत अंग्रेजो के द्वारा उच्च वर्ग के लोगों को अधिक सम्मान दिया जाता था, तथा अन्य वर्ग के लोगों को बहुत ही कम सम्मान दिया जाता था। इसके अलावा भारत के अंतर्गत निम्न वर्ग के लोगों की संख्या काफी ज्यादा थी, तथा अंग्रेजो के द्वारा उनको सम्मान नहीं दिया जाता था, और इस कारण उनके बीच अंग्रेजों की इमेज काफी खराब हो गई थी, तथा यह इस क्रांति का काफी प्रमुख कारण बना था।

4. अंग्रेजो के द्वारा भारतीयों को कम बहुत ही कम नौकरियां दी जाती थी, इसके अलावा यदि किसी भी भारतीय को नौकरी दी जाती थी, तो वह काफी नीचे ले क्षेत्र की नौकरी होती थी। इसके अलावा भारतीयों को अंग्रेजो के द्वारा शिक्षा से भी काफी वंचित रखा जाता था।

5. अंग्रेजो के द्वारा उन्हीं भारतीयों को सिर्फ ऊंचे पद पर रखा जाता था, जिन भारतीयों ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर रखी है। यदि किसी भारतीय ने अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं की है, तो उस भारतीय को कोई भी सम्मान नहीं दिया जाता था, इसके साथ में कोई भी नौकरी नहीं दी जाती थी।

तो दोस्तों यह कुछ आर्थिक कारण थे, जो 1857 की क्रांति के अंतर्गत काफी प्रमुख थे।

सामाजिक और धार्मिक कारण

1. अंग्रेजो के द्वारा भारतीयों के साथ काफी दूर व्यवहार किया जाता था, अंग्रेजों को भारतीयों को अलग-अलग नामों से बुलाया जाता था, तथा उन्हें काफी ज्यादा अपमानित किया जाता था।

2. अंग्रेजो के द्वारा भारत के अंतर्गत अलग-अलग धर्मों का मजाक उड़ाया जाता था, इसके अलावा हिंदू धर्म के लोगों को अपने धर्म की पूजा करने से वंचित रखा जाता था, वही मुस्लिम धर्म के लोगों को अपने धर्म के लिए नमाज पढ़ने के लिए वंचित रखा जाता था।

सैनिक कारण

1. भारतीय सैनिकों के अंतर्गत अंग्रेजो के द्वारा असंतोष की भावना उत्पन्न की गई थी, सेना के अंतर्गत अंग्रेजी सरकार के सैनिकों को काफी ज्यादा बढ़ावा दिया जाता था तथा उन्हें काफी सम्मानित किया जाता था, वहीं भारतीय सैनिकों की कोई भी इज्जत नहीं की जाती थी।

2. इसके अलावा सेना के अंतर्गत कोई भी अनुशासन नहीं था, सेना में नियम कानूनों का काफी अभाव था, जो आगे चलकर 1857 की क्रांति का एक प्रमुख कारण बना था।

तो दोस्तों अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति के पीछे यह कुछ प्रमुख कारण थे।

आज आपने क्या सीखा

तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि 1857 क्रांति के पीछे के प्रमुख कारण क्या थे, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत 1857 की क्रांति के कारणों से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि भारत के अंतर्गत किन किन कारणों से 1857 की क्रांति हुई थी, हमने आपको अलग-अलग क्षेत्रों के कारणों के बारे में विस्तार से बताया है।

आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

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