आज के समय Safety lamp जैसे रोशनी के उपकरण का इस्तेमाल काफी कम होता है। हांलाकि आज भी भारत में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बिजली पूर्ण रूप से नहीं पहुंची है, लेकिन उन्हें ढूंढ पाना भी काफी मुश्किल है। ऐसे कुछ पहाड़ी क्षेत्र हो सकते हैं, जहां रहने वाले लोग Safety Lamp का इस्तेमाल करते हो।
Safety Lamp को आम भाषा में लालटेन भी कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लालटेन का इस्तेमाल सबसे पहले कब किया गया था? और क्यों किया गया था? safety lamp ka avishkar kisne kiya? यदि आपको नहीं पता है तो कोई बात नहीं।
क्योंकि आज हम आपको लालटेन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे, और बताएंगे कि Safety Lamp ka avishkar kisne kiya?, इसकी क्या जरूरत थी तथा Safety Lamp इतिहास के बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं-
Safety Lamp क्या है? | लालटेन क्या है?
Safety Lamp या लालटेन एक ऐसा यंत्र है जो आज के प्रकाश स्रोत को कांच से गिरे हुए एक बंद बर्तन में ढक कर रखती है। जिससे वह आग की रोशनी उस कांच की वजह से कई दूर तक फैल जाती है, और प्रकाश स्रोत को तुरंत नियंत्रित भी किया जा सकता है। ऐसे यंत्र को Safety Lamp कहा गया है, जिसे हम आम भाषा में लालटेन कहते हैं।
Sefety Lamp का अविष्कार किसने किया था? | Who Invented Safety Lamp?
Safety Lamp का आविष्कार, जिसे हम आम भाषा में लालटेन कहते हैं, साल 1816 में ब्रिटेन के रहने वाले हम्फ्री डेवी सर ने किया था। सन 1816 में हम्फ्री डेवी सर ने एक ऐसे यंत्र का आविष्कार किया जो पूरी तरह से सील पैक था, और उसके अंदर हवा के आने जाने के लिए एक रास्ता भी था जो कि पतले सुराख से होकर गुजरता था।
लैंप की आग कांच के एक बर्तन से ढकी हुई थी, जिसकी वजह से Safety Lamp की रोशनी कई गुना तक बढ़ जाती थी। इसे खदानों में आग लगने की घटनाओं को कम करने के लिए बनाया गया था। इसीलिए इसे सुरक्षा लैंप या Safety Lamp के नाम से भी जाना जाने लगा।
Safety Lamp का इतिहास
Safety Lamp का इतिहास बस इतना सा है कि सन 1800 के दशक में जब कोयले की खदानों में खनन किया जाता था, और अंधेरे में कोयले की खुदाई की जाती थी उस समय रोशनी के लिए मशाल की मदद ली जाती थी।
लेकिन कई बार कुछ कोयले की खदानों में ज्वलनशील गेस भी निकलती थी, जिसके कारण मशाल की आग तुरंत ही पूरे खदान में फैल जाती, और जितने भी काम करने वाले लोग खदान में रहते, वे सभी जलकर मारे जाते। पूरी खदान राख बन जाती।
ऐसे हादसों की वजह से जानमाल का नुकसान भी होने लगा। लेकिन सन 1816 Safety Lamp का निर्माण किया गया, जिसकी वजह से ऐसे हादसे 100 गुना से भी कम हो गए। लेकिन फिर भी ऐसे हादसे कई बार हो जाते थे, जिससे कारण इसके पश्चात इलेक्ट्रिक लैंप का आविष्कार किया गया।
Safety Lamp की आवश्यकता
पुराने समय में सन 1800 के दशक मेंजब रोशनी के लिए मशाल या दिए का इस्तेमाल किया जाता था। उस समय खनन के लिए कोयले की खदान में रोशनी की आवश्यकता पड़ती थी। लेकिन कई बार उन्हें खदानों में से कुछ ज्वलनशील गैस से भी निकलती थी जो तुरंत ही आग पकड़ लेती थी, जिसके कारण पूरी की पूरी कोयले की खदान जलकर राख हो जाती थी, और वहां काम करने वाले सैकड़ों मजदूर झुलस कर मर जाते थे।
इस आपदा से पार पाने के लिए ब्रिटेन के रहने वाले हम्फ्री डेवी सर ने एक यंत्र को बनाने के बारे में सोचा, जिसमें प्रकाश भी पूर्ण रूप से इस्तेमाल में आ सके, तथा अग्नि के कारण किसी प्रकार से जानमाल का नुकसान भी ना हो। तो इसलिए उन्होंने अग्नि को ही कांच के एक बर्तन में बंद करने का काम किया,
उसे एक प्रकार से सील पैक कर दिया, जिसकी वजह से अब उस प्रकाश के स्रोत को जलते रहने के लिए जितनी वायु की आवश्यकता है, उतनी उसे मिलती भी रहेगी तथा तेज हवा की वजह से में बुझाएगा भी नहीं और कोयले की खदानों से निकलने वाली ज्वलनशील गैसे आग भी नहीं पकड़ पाएगी।
इसके कारण जानमाल का नुकसान होने से बच जाएगा और इस पर विचार करके सन 1816 में हम्फ्री डेवी सर ने एक सील पैक प्रकाश के स्त्रोत का निर्माण किया। 1800 के दशक के पश्चात लालटेन का इस्तेमाल कोयले की खदानों में खनन में सर्वाधिक किया जाने लगा। लेकिन इसके भी एक सुरक्षित अल्टरनेटिव के तौर पर इलेक्ट्रिक लैंप का आविष्कार किया जाने लगा, और सन 1913 में थॉमस अल्वा एडिसन ने इलेक्ट्रिक लैंप का आविष्कार किया, जो बैटरी से चलता था।
वह इतना हल्का था कि खदानों में काम करने वाले मजदूरों से अपने हेलमेट के ऊपर लगा सकते थे। सन 1913 के पश्चात 1916 तक अमेरिका के तकरीबन 70,000 से भी अधिक Safety Lamp बनाए थे।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने आपको बताया कि Safety Lamp क्या है, अर्थात से लालटेन क्या है, Safety Lamp ka avishkar kisne kiya, इसके बारे में हमने आपको लगभग सारी जानकारी प्रदान की है।
हम आशा करते हैं कि आज का यह लेख पढ़ने के पश्चात “Safety Lamp ka avishkar kisne kiya” इस सवाल का जवाब जानने के लिए और कोई जानकारी व लेख को पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Homepage | Click Hear |