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कोरोनासिस के बीच जहां अस्पतालों में पैर रखने तक को जगह नहीं है। वेंटिलेटर की कमी के कारण रोगी फर्श पर लेटे इलाज कर रहे हैं। वहीं, ऐसे कारणों के बीच शहर के मेडिकल कॉलेज में काफी संख्या में रखे वेंटिलेटर धूल फांक रहे थे। मामला संज्ञान में आने पर मेडिकल कॉलेज में रखे वेंटिलेटरों को विभिन्न अस्पतालों में भिजित किया गया। जानकारी देते प्रभारी सीएमएस डॉ। आलोक कुमार ने बताया कि हमारे यहां 114 वेंटिलेटर आए थे। इनमें से कुछ को अस्पताल के प्रयोग में ले लिया गया, जबकि 50 वेंटिलेटर लखनऊ के कैंसर अस्पताल, 15 प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज और 10 आगरा के आर्मी अस्पताल भेजे गए हैं। इस तरह 75 वेंटिलेटर भेजे गए हैं।
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