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jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain

जनसंख्या संगठन क्या होता है? | jansankhya sangathan

jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain

by Sonal Shukla

नमस्कार दोस्तो, आपने अक्सर जनसंख्या संगठन के बारे में तो जरूर पढ़ा होगा, या फिर कहीं ना कहीं तो इसके बारे में जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते है कि जनसंख्या संगठन क्या होता है, (jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain) यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि जनसंख्या संगठन क्या होता है,(jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain) हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।

जनसंख्या संगठन क्या होता है? (jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain)

jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain

अगर दोस्तों बात की जाएगी जनसंख्या संगठन क्या होता है, तो जनसंख्या संगठन का मतलब किसी भी क्षेत्र की जनसंख्या को उनके विभिन्न विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत कर कर जनसंख्या का तुलनात्मक अध्ययन करना होता है। यानी की जनसंख्या संगठन के अंतर्गत किसी भी क्षेत्र में मौजूद जनसंख्या की उनकी अलग-अलग विशेषताओं के आधार पर उनका तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है, या फिर उनकी तुलना की जाती है। जनसंख्या संगठन के अंतर्गत जनसंख्या की उन अलग-अलग विशेषताओं को प्रदर्शित किया जाता है, जिस की माप की जा सके तथा जिसके बारे में आम जनता को जानना जरूरी होता है।

उदाहरण के लिए समझे तो किसी भी संख्या क्षेत्र के आयुष संगठन, लिंग संगठन, साक्षरता दर, लिंगानुपात, ग्रामीण नगरीय संगठन, धार्मिक संगठन, आदि के बारे में जानकारी जनसंख्या संगठन के द्वारा ही दी जाती है।

जनसंख्या संगठन का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?

अगर दोस्तों बात की जाए की जनसंख्या संगठन का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है, तथा किस तरह से किया जाता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि यदि किसी भी क्षेत्र के अंतर्गत हमें लिंगानुपात का मापन करना है, तो इसका मापन जनसंख्या संगठन के द्वारा ही किया जाता है। इसके लिए उस क्षेत्र की महिलाओं तथा पुरुषों का एक अलग अलग वर्ग के अंतर्गत बांटकर इन दोनों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है, तथा उसके बाद लिंगानुपात निकाला जाता है।

इसी के अलावा साक्षरता दर निकालने के लिए किसी भी क्षेत्र या फिर किसी भी जनसंख्या क्षेत्र के सभी साक्षर तथा अनपढ़ लोगों का समूह बनाकर उन का तुलनात्मक अध्ययन किया जाता है, और उस क्षेत्र की साक्षरता दर को निकाला जाता है।

इसी तरह जनसंख्या संगठन का इस्तेमाल अलग-अलग जगहों पर काफी ज्यादा किया जाता है।

आज आपने क्या सीखा

तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि जनसंख्या संगठन क्या होता है,(jansankhya sangathan se aap kya samajhte hain) जनसंख्या संगठन का क्या महत्व होता है, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत जनसंख्या संगठन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि जनसंख्या संगठन क्या होता है, इस जनसंख्या संगठन का इस्तेमाल किन किन क्षेत्रों में किया जाता है, तथा किस तरह से इसका इस्तेमाल किया जाता है।

आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

FAQ

जनसंख्या संगठन क्या है समझाइए?

अपने निवास स्थान के अनुसार जनसंख्या की संरचना सामाजिक और आर्थिक विशेषताओं का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।

जनसंख्या संरचना से आप क्या समझते हैं इसके घटक क्या हैं?

जनसंख्या संरचना आयु और लिंग जैसी विशेषताओं के अनुसार जनसंख्या का विवरण है। जनसंख्या पिरामिडों का उपयोग करते हुए इन आंकड़ों की तुलना अक्सर समय के साथ की जाती है।

भारत की जनसांख्यिकीय विशेषताएं क्या हैं?

भारत में वर्तमान में दुनिया की आबादी का 17.5% है। यह वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के समय भारत की जनसंख्या (34 करोड़) का चार गुना है। भारत की जनसंख्या 2030 तक 150 करोड़ और 2050 तक 166 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

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