जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने के लिए जल्द से जल्द टीकाकरण की आवश्यकता जताते हुए शनिवार को कहा कि राज्य सरकार विदेशों से टीके आयात करने पर भी विचार करेगी। गहलोत ने शनिवार रात उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि संक्रमण पर नियंत्रण और जीवन रक्षा के लिए टीकाकरण को गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य में टीके की उपलब्धता के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा।
गहलोत ने कहा कि राज्य की जनता का जल्द से जल्द टीकाकरण करने के लिए यदि आवश्यकता है, तो राज्य सरकार विदेशों से शुरू पर भी विचार करेगी।
उन्होंने ग्रामीण लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ। रघु शर्मा का कथन
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ। रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए इसके अनुसार पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने का सुझाव दिया।
गहलोत ने कहा है कि शहरों के साथ-साथ कोरोना संक्रमण गांवों में भी बहुत तेजी से फैल रहा है। इसके प्रसार को रोकने और शरीरों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य तंत्र को पूरी तरह सक्रिय किया जाना चाहिए। साथ ही लोगों को जागरूक करने और अन्य व्यवस्थाओं के लिए राज्य सरकार के सभी कार्मिकों और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि गांवों में संक्रमण इसी तरह बढ़ा, तो यह नियंत्रित करना बेहद मुश्किल होगा।
‘प्रभावी ढंग से काम को दिया जाए अंजाम’
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों से लोगों को शहर में इलाज के लिए पहुंचते काफी देर हो जाती है और संक्रमण का स्तर बहुत ज्यादा होने से रोगी को खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में, लोगों की जीवन रक्षा के लिए घर-घर जाना ईमेल और दवा किट के वितरण के काम को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाना चाहिए।
मध्य प्रदेश: नहीं मिला एकारेंस, पोस्टमार्टम कराने के लिए खाट पर बेटी का शव अस्पताल में पहुंचे पिता
।
Homepage | Click Hear |