Home » उत्तर प्रदेश में कहीं बेड नहीं तो कहीं धूल फांक रहे वेंटिलेटर, बदइंतजामी से मर रहे इंसान
उत्तर प्रदेश में कहीं बेड नहीं तो कहीं धूल फांक रहे वेंटिलेटर, बदइंतजामी से मर रहे इंसान

उत्तर प्रदेश में कहीं बेड नहीं तो कहीं धूल फांक रहे वेंटिलेटर, बदइंतजामी से मर रहे इंसान

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जितने लोग कोरोना से नहीं मर रहे हैं, उससे ज्यादा लोग बदइंतजामी से मर रहे हैं। कुछ रोगियों को बेड नहीं मिल रहा है तो कहीं वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं। कई जगह वेंटिलेटर्स चलाने के लिए ऑपरेटर नहीं हैं। कहीं ऑक्सीजन नहीं है तो कहीं पीने का पानी ही गायब है। मतलब साफ है कि सुविधाओं की कमी नहीं है। बस हम सलाईहीनता से लाचार हो गए हैं। कष्टहीन लोगों के हाथ में सिस्टम की चाबी होने से न केवल लोगों को भारी असुविधा हो रही है, बल्कि जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है।

मेरठ, जालौन और बलिया के अस्पतालों की तस्वीरें देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। इन जगहों पर सुविधाओं की कमी नहीं है, लेकिन लापरवाही लोगों की जिंदगी पर भरी पड़ रही है। मेरठ मेडिकल कॉलेज की तस्वीर देखकर आपका होश फाख्ता हो जाएगा।