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एनएमसीएच अधीक्षक का आदेश- भर्ती मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लिखेंगे डॉक्टर

by Sneha Shukla

कोरोनाइरस हालात के बीच नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में विभाजित 19 के भर्ती मरीजों को इलाज के लिए अब डॉ रेमदेसीवीर इंजेक्शन नहीं लिखेंगे। इसकी जानकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने इस बाबत लिखित आदेश जारी करते हुए बताया कि अनुसंधान में साबित हुआ है कि कोविद 19 रोगियों के उपचार में रेमडेसिविर नामक दवा की कोई उपयोगिता नहीं है।

उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी इस इंजेक्शन के इस्तेमाल को नकार दिया है। ऐसे में डॉक्टरों को यह निर्देश दिया जाता है कि वे को विभाजित 19 के भर्ती रोगियों के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रिस्क्राइब नहीं करें। अधीक्षक ने बताया कि इंजेक्शन को लेकर मरीजों को सामान्य तनाव हो रहा है।

बिहार कोटे के तहत रेमडेसिवर दवा मिलेगी
बिहार को केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित कोटा के तहत कोरोनाटेन्स के लिए उपयोगी रेमेडिसवर इंजेक्शन उपलब्ध होगा। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए रेमेडिसवर दवा का कोटा तय करने की तैयारी की है।

स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में राज्य में रेमेडिसवर दवा की घोर कमी की जानकारी दी गई और केंद्र से रेडमेडिसवार उपलब्ध कराने की मांग की गई। ।

केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही रेमेडिसवर वितरण को लेकर सभी राज्यों के लिए कोटा निर्धारण पर विचार किया जा रहा है। इस समस्या के समाधान की दिशा में कोशिशें शुरू कर दी गयी है। रेमेडिसवर दवा निर्माता कंपनियों को दवा का उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

बिहार ने कहा कि पहले को अरद को रोक दिया जाए
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिहार को ओर से केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि रेमेडिसवर दवा की आपूर्ति को लेकर भले ही कोटा निर्धारित किया जाए लेकिन पहले से दवा की अवस्था में आपूर्ति के लिए जो सेवा दी गई हैं, उसे रोक दिया गया। नहीं है। जिससे दवा निर्माता कंपनी द्वारा निर्बध रूप से दवा की आपूर्ति की जा सकती है।

बिहार ने 50 हजार वॉयल आपूर्ति का दिया है
स्वास्थ्य विभाग ने पांच दिन पहले ही रेमेडिसवर दवा उत्पादक कंपनी को 50 हजार वॉयल दवा की आपूर्ति करने का लाइसेंस दिया है। इसके लिए 6 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी है।

1200 रेमेडिसवार की आपूर्ति दो दिन पूर्व हुई है
राज्य सरकार को दो दिन पूर्व 1200 रेमेडिसवर दवा की आपूर्ति विशेष अनुरोध के बाद की गई है। आधिकारिक स्रोतों के अनुसार राज्य को इसकी पूर्व 400 रेमेडिसवर कैडिला कंपनी द्वारा आपूर्ति की गई थी।

रेमेडिसिवर की कमी से गंभीर रोगी परेशान
राज्य में कोरोना संभावित गंभीर रोगी रेमेडिसवर दवा के अभाव में काफी परेशानी झेल रहे हैं और उनके परिजन दवा को लेकर दर-दर की ठोकरे खाने के लिए मजबूर हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रेमेडिसवर की आपूर्ति करने वाले निजी और सरकारी अस्पतालों को आवश्यकता के अनुसार किए जाने का निर्देश दिया है।

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