मेलबर्न: कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आने वाले यात्रियों पर अस्थायी रोक लगा दी है। साथ ही अगर ऑस्ट्रेलियाई नागरिक भी इसका उल्लंघन करते हैं तो उन्हें पांच साल की कैद और 66 हजार ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का भारी भरकम जोड़ों हो सकता है।
अस्थायी रोक सोमवार से लागू हुई और यह उन यात्रियों पर लागू होगा जो ऑस्ट्रेलिया आने को तैयार हैं और 14 दिनों में भारत की यात्रा की है। सिडनी से प्रकाशित हेराल्ड पेपर की खबर के मुताबिक अनुमान है कि भारत में इस समय करीब नौ हजार ऑस्ट्रेलियाई हैं और उनमें से 600 को स्वाभाविक के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।
मकसद ऑस्ट्रेलिया में कोरोनावायरस के वायरस को रोकना है
ऑस्ट्रेलिया की बैठक के बाद शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को निर्णय की घोषणा की। इसका मकसद ऑस्ट्रेलिया में कोरोनावायरस के वायरस को रोकना है जबकि भारत में को विभाजित -19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है।
चीरों की संख्या की वजह से यह कदम उठाया गया
स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने बताया कि यह निर्णय भारत में परिवर्तन और विदेश से ऑस्ट्रेलिया आया यात्रियों और पृथकवास में रखे गए अनुपात के आधार पर है। ट्रांसियन कारकास्टिंग कॉरपोरेशन (एबीसी) ने उनके हवाले से बताया कि भारत से आने वाले यात्रियों में ‘अप्रभाव्य करने योग्य’ संभावितों की संख्या की वजह से यह कदम उठाया गया।
खबर के मुताबिक यात्रा प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर पांच साल कैद की सजा हो सकती है या 66 हजार ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना या दोनों हो सकता है।
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