पट: दिन शुक्रवार, तारीख 07 मई 2021। यह वही दिन और तारीख है जब कोरोना काल में सैटेलाइट पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग उठी। केवल देखें #ResignMangalPandey एक नंबर पर ट्रेंड करने लगा। अब सवाल उठता है कि आखिरकार इसके पीछे क्या कारण है, किसने इसकी शुरुआत की और क्यूं मंगल पांडेय से लोग ट्विटर पर इस्तीफा मांगने लगे?
हम आपको इसकी पूरी कहानी बताते हैं। दरअसल, मधुबनी के रहने वाले आदित्य मोहन और दरभंगा के रहने वाले उदय नारायण झा हैं जिन्होंने इसकी पूरी प्लानिंग की। इनसे एबीपी बिहार ने भी बातचीत की। उदय नारायण झा ने कहा कि वे और उनके कुछ मित्र इस कोरोना महामारी में लोगों की सेवा कर रहे हैं। चाहे वह ऑक्सीजन की बात हो या फिर किसी अन्य की बात। वे लोग कोशिश कर रहे हैं कि ऐसे लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद की जा सके।
धरातल पर उतरने के बाद दिखने में पूरी व्यवस्था हो गई
उदय ने कहा कि दरभंगा का डीएमसीएच हो या फिर कोई अन्य अस्पताल। हर जगह किसी ना किसी चाज की कमी है। लोग परेशान हैं लेकिन जिस गणना से जमीनी स्तर पर काम होना चाहिए वह नहीं हो रहा है। जब वे और उनके 50 से अधिक लड़कों की टीम मदद करने के लिए उतरे तब कई ऐसी समस्या आई जिसके बाद में स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। कहीं ऑक्सीजन नहीं है तो कहीं बेड की समस्या है। कोई देखने वाला नहीं है।
धरातल पर उतरकर मदद करने के बाद सच्चाई क्या थी वह दिख गई थी। इसके बाद उडा और आदित्य ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांगा। इसके लिए उन्होंने शुक्रवार शाम चार बजे प्लानिंग की और फिर अपने सहरसा के रहने वाले मित्र विभू नंदन सिंह से बात की।
महामारी से बचाने के लिए आवाज उठाने की अपील
बता दें कि यह तीनों युवक सोशल मीडिया पर अपना पेज भी चला रहे हैं। इसके माध्यम से एक पोस्ट कर शेयर कर #ResignMangalPandey को ज्यादा से ज्यादा ट्वीट करने के लिए अपील की और कहा कि इसे शुक्रवार की रात आठ से दस बजे तक ट्वीट कर बिहार को महामारी से बचाने के लिए आवाज उठाएं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नें भी मांगा था
इस पोस्ट के बाद रात रात आठ बजे के बाद ट्वीट होना शुरू हो गया। लोग बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं। आम लोगों के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर ResFA की मांग की। ट्वीट के बाद लगभग 8:40 के बाद ही मंगल पांडेय एक नंबर पर ट्रेंड करने लगे।
उदय ने कहा कि पिछली बार जब लॉकडाउन लगा तो काफी मजदूर बाहर से लौटने लगे थे। उनके सामने नौकरी की समस्या थी। बिहार में उतने कल कारखाने नहीं हैं जिससे सभी को रोजगार दिया जा सके। इसके लिए पिछली बार उन लोगों ने #industryinbihar की इतनी ट्वीट की कि वह भी नम्बर वन पर ट्रेंड किया था।
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