गया: बिहार में कोरोना की दूसरी कहर बरपा रही है। रोजाना सैकड़ों नए मरीज मिलने के साथ ही संक्रमण की चपेट में आए लोगों की मौत का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में गया जिले के को विभाजित डेडिकेटेड अस्पताल एएनएमएमसीएच में बुधवार की देर शाम कोरोना से एसटीएफएंडो अजीत कुमार की मौत हो गई। वंदो अजीत कुमार लखीसराय में कार्यरत थे और वहीं कोरोना से चेताते थे।
दो दिन पहले मां की हुई मौत थी
मिली जानकारी के अनुसार उनके किसी दोस्त के कोरोनाशक्ति होने पर वे दोस्त की सेवा में लगे थे और उसकी हौसला अफजाई कर रहे थे। इसी तरह वह भी कोरोनाटिक हो गया, जब परेशानी हुई तो उन्हें एएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई है। वहीं, दो दिन पहले एएनएमएमसीएच में ही उनकी मां अंजना सिन्हा का भी निधन हुआ था।
कोरोनात्मक होने के बाद लौटा था घर
मां-बेटे की मौत की खबर के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। इस संबंध में अजीत के पिता उपेंद्र यादव ने बताया कि अजीत लखीसराय में अपने कोरोनाटे दोस्त की सेवा और देखभाल करते-करते खुद 21 अप्रैल को कोरोनाबर्ट हो गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाई थी, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद वह घर लौट आया।
पिता की मानें तो 24 अप्रैल को अजीत को आमस के चंडिस्थान स्थित निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था। लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर उसे एएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बता दें कि अजीत की साल 2004 में शादी हुई थी। उनकी एक बेटी भी है।
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