Home » कोरोना वायरस: लखनऊ में कल से लगेगा नाइट कर्फ्यू, पूरे यूपी को लेकर सीएम योगी ने दिए ये अहम निर्देश
कोरोना वायरस: लखनऊ में कल से लगेगा नाइट कर्फ्यू, पूरे यूपी को लेकर सीएम योगी ने दिए ये अहम निर्देश

कोरोना वायरस: लखनऊ में कल से लगेगा नाइट कर्फ्यू, पूरे यूपी को लेकर सीएम योगी ने दिए ये अहम निर्देश

by Sneha Shukla

[ad_1]

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 500 से ज़्यादा कोरोना केसेस वाले 13 ज़िलों में ज़िलाधिकारी को अधिकार दिए गए हैं कि वह पसंद करें तो रात में सड़कों पर आवाज़जही बन्द कर सकते हैं। इसके बाद लखनऊ में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने ये कदम उठाया है। कल से लखनऊ में नाइट कर्फ़्यू लागू कर दिया जाएगा। यह रात नौ बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगी और आवाज़जी प्रतिबंधित होगी।

जिला मजिस्ट्रेट ने लखनऊ में तत्काल प्रभाव से दिनांक 15 अप्रैल 2021 तक चिकित्सा, नर्सिंग एवम पैरा मेडिकल संस्थानों को छोड़ कर सभी सरकारी, गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थान और कोचिंग संस्थान बंद करने के आदेश दिए हैं। हालांकि इस दौरान शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षाओं / प्रैक्टिकल को विभाजित 19 प्रोटोकॉल का दोष से अनुपालन करते हुए आयोजित किया जाएगा।

गाइडलाइन के मुताबिक, लखनऊ में पार्क सुबह 7 बजे से रात 10 बजे और शाम 4 बजे से 8 बजे के बीच ही खुल जाएगा। पार्क में प्रवेश करने वाले व्यक्ति को मुखौटा लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना आवश्यक होगा।

सीएम योगी ने निर्देश दिए

कोविड -19 से अतिशय 13 जनपदों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

महाराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में को विभाजित संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में वहाँ रहने वाले उत्तर प्रदेश के नागरिकों की वापसी संभावित है। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है। आने वाले दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होंगे। हमें इसका सफलतापूर्वक सामना करना है। पिछले साल उत्तर प्रदेश के सभी जिलों ने को विभाजित प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से इस लड़ाई को जरूर जीतेंगे।

सीएम ने कहा कि, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में को विभाजित संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। यहां केस की संख्या अधिक है। हालांकि पॉजिट के पास में गिरावट हुई है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। ट्रेस बाय उनका टेस्ट किया गया और जरूरत के मुताबिक ट्रीटमेंट दिया जाएगा। निगरानी समितियों और एकीकृत और नियंत्रक केंद्र की उपयोगिता बढ़ाई जाएगी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाएगा। फेश न लगाने वाले लोगों के हाथों पर लगाया जाना चाहिए। इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जानी चाहिए।

जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल सक्रिय केस की संख्या 500 से अधिक है, वहाँ माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थानीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें। ऐसे जिलों में रात्रि में भाषण नियंत्रक रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाएगा, लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि की कहानी को बाधित न किया जाए।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के अधिकारियों के साथ जनपदों का दौरा करें। स्थिति को देखें और व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दें। उन्होंने कहा कि, मैं स्वयं भी अगले कुछ दिनों में प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर जिलों का औचक निरीक्षण करूँगा।

सभी जनपदों में पीसीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थरमामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट सहित सभी आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए। जरूरत है तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, पूरी मदद मिलेगी।

– आपदाकाल में हमें एकजुट होकर काम करना होगा। सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों के एम्बुलेंसों को विभाजित रोगियों के उपयोग में लाया जाएगा। इन एम्बुलेंसों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंडेंडर सेंटर से जोड़ा जाए।मरीज को तत्काल रिस्पॉन्स मिलना चाहिए।

– जिन जिलों में जिलाधिकारी / मुख्य विकास अधिकारी स्तर के अधिकारी कर्मचारी हैं, वहाँ संबंधित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भूमिका बढ़ाई जाएगी। सीएमओ की अनुपस्थिति हो तो एड हेल्थ स्तर के अधिकारी सेवाएं दें।

– नगर विकास विभाग द्वारा नगरों में विशेष स्वच्छता अभियान संचालित किया जाए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सैनिटरीकरण, स्वच्छता आदि का विशेष महत्व है।

कुल कोविड टेस्ट में कम से कम 50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाते हैं। रेलवे स्टेशन, टर्मिनल और बसंत परपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाएगा। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र आदि प्रदेशों से विशेष ट्रेन भी संचालित होंगी। ऐसे में गोरखपुर, गोंडा, बस्ती व आसपास के क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।

को विभाजित रोगियों के लिए बिस्तर की कोई कमी नहीं है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए यह आवश्यक है कि कोविड अस्पतालों में और अधिक संख्या में बिस्तर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनपदवार की समीक्षा की गई। कोविद व नॉन कोविद के लिए इलाज की अलग-अलग और समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए।

– जिलाधिकारीगण पंचायत चुनाव की व्यवस्था को सुचारू रखते हुए जनपद के सभी विभागों के कार्मिकों को विभाजित प्रबंधन के कार्य से जोड़ें। अतिरिक्त मानव संसाधन के लिए भी स्वीकृति दी गई है। तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।सिविल डिफेंस की सेवाएं ले सकते हैं।

ये भी पढ़ें

यूपी पंचायत चुनाव 2021: तीसरे चरण के लिए बीजेपी ने 10 जिलों के पंचायत सदस्यों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए



[ad_2]

Source link

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment