Home » कोरोना संकट के बीच सेवा कार्य में जुटा RSS, 43 शहरों में शुरू किए कोविड सेवा केंद्र
कोरोना संकट के बीच सेवा कार्य में जुटा RSS, 43 शहरों में शुरू किए कोविड सेवा केंद्र

कोरोना संकट के बीच सेवा कार्य में जुटा RSS, 43 शहरों में शुरू किए कोविड सेवा केंद्र

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कोरोना महामारी के दौर में जनसेवा का अभियान तेज किया है। देशभर के 43 शहरों में संघ से जुड़े स्वयंसेवक को विभाजित सेवा केंद्र चला रहे हैं, जबकि 219 स्थानों पर अस्पतालों के सहयोग में स्वयंसेवक कार्य कर रहे हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने दी है। & nbsp;

="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> आंबेकर ने बताया कि कोरोना की महामारी के बीच आरएसएस 12 तरह के सेवा कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की संवेदना व सक्रियता अद्भुत है। अपनी जान जोखिम में डालकर हालात की स्थिति में कार्य कर रहे हैं। परिस्थिति भले ही विकट हो, भारत में समाज की शक्ति भी विशाल है।

आंबेकर ने कहा कि हमेशा की तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा भारती सहित अन्य संगठन व संस्थाएं अनंत क्षेत्रों व परिवारों में राहत पहुंचाने के काम में जुटे हैं। संघ की पहल पर आवश्यकता के अनुसार अभी बारह प्रकार के कार्य प्राथमिकता से प्रारंभ होते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड इंटजेक्शन के लिए आइसोलेशन सेंटर व पॉज़िटिव मरीजों के लिए कोविड सर्विस सेंटर, सरकारी को डिवाइड सेंटर व अस्पतालों में सहायता, हेल्पलाइन नंबर, ब्लडेन, प्लॉन डैन, अंतिम संस्कार, एरियर काढ़ा वितरण, काउंसलिंग, ऑक्सीजन की आपूर्ति, एम्बुलेंस सेवा, भोजन , राशन वफ़र और टीकाकरण अभियान व जागरूकता जैसे आवश्यक कार्य को प्राथमिकता के आधार पर & nbsp; कई प्रांतों में स्वयंसेवकों द्वारा प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की भी हर संभव सहायता की जा रही है ताकि सभी मिलकर इस चुनौती पर विजय प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि इंदौर में संघ की पहल पर & nbsp; अस्पताल, राधा स्वामी सत्संग आदि के सहयोग से दो हज़ार बिस्तर का को विभाजित केंद्र शासन व समाज के समन्वयित कार्य का उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है।

आंबेकर ने कहा कि स्वयंसेवकों की ओर से अभी 43 प्रमुख शहरों में को विभाजित सेवा केंद्र चलाए जा रहे हैं और अन्य 219 स्थानों पर को विभाजित अस्पतालों में प्रशासन का सहयोग किया जा रहा है। टीकाकरण के लिए दस हजार से अधिक स्थानों पर जागरूकता अभियान के साथ 2442 टीकाकरण केंद्र अभी तक प्रारंभ किए गए ।उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों का इस कार्य में सहयोग आवश्यक है, और कोरोना के प्रकोप पर शासन-प्रशासन व समाज के समन्वयक प्रयास से ही भारत विजय प्राप्त होगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि आवश्यकता के अनुसार प्ल व रक्तदान में सहयोग किया जा रहा है, कुछ स्थानों पर संभावितों की सूची देखी गई है। दिल्ली में रक्तदाताओं की सूची उपलब्ध है। पूने में जनजागरण अभियान के माध्यम से 600 लोगों ने प्लॉनेट किया, जिससे 1500 लोगों का जीवन बचाने में सहायता मिली। उन्होंने बताया कि विभिन्न शहरों में बुजुर्गों और अकेले रहने वालों को ध्यान में रखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। जिसके माध्यम से जरूरतमंदों को आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।

यह भी पढ़ें:

भारत बायोटेक ने राज्यों के लिए & lsquo ;?voxyan & rsquo; की कीमत घटाई

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment