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क्या नाक में नींबू रस डालने से हो सकता है कोरोना का इलाज? जानिए वायरल दावे की सच्चाई

क्या नाक में नींबू रस डालने से हो सकता है कोरोना का इलाज? जानिए वायरल दावे की सच्चाई

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> भारत में कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण और मौत के मामलों में भयावह उछाल ने खौफ पैदा कर दिया है। लोग वायरस से सुरक्षित रहने के लिए इलाज के तौर पर हर संभावित तरीके अपनाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी लहर अपने साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल पोस्ट भी साथ लाई है, जिसमें देसी उपाय से लेकर आयुर्वेद और यूनानी इलाज का वीडियो और मैसेज वायरल शामिल है। उसके माध्यम से विभाजित -19 के प्रभावी इलाज उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। ये उपाय या दावों में से कोई भी देश भर में स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से साबित या प्रमाणितन उसी किया गया है, लेकिन लोग निराशा में सुरक्षित रहने या अपने परिजनों को घातक बीमारी से बचाने के लिए प्रभावित हो रहे हैं। & nbsp; < पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> दावा
इसी कड़ी में ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘नींबू थापक’ के नाम से वायरल हो रहा है। इस थेरेपी के मुताबिक आपको अपनी नाक में नींबू का रस उड़ेलने की जरूरत होगी और ये घातक वायरस के संक्रमण का खात्मा कर सकता है। वीडियो में एक शख्स दावा करता है कि नींबू थपकी ना सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाती है बल्कि ये कोविड -19 संक्रमण का भी इलाज है। वायरल वीडियो में शख्स इंगित करता है कि नींबू रस का 2-3 बूंद नाक में डालना आंख, नाक, गले और यहां तक ​​कि दिल को भी पांच सेकंड के अंदर शुद्ध करेगा। वीडियो में शख्स को सुना जा सकता है कि इससे उन लोगों को भी राहत मिलीगी जो सर्दी और खांसी जैसी बीमारियों का कर रहे हैं। & nbsp;

[tw]https://twitter.com/PIBFactCheck/status/1388532584603258883?s=20[/tw]

सच्चाई
वीडियो की सत्यता जांचने की खातिर पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर पेज ने जांच पड़ताल की। विश्लेषण के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वीडियो में किया जा रहा है दावा फर्जी है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि कोविड -19 का इलाज किया जा सकता है या नाक में नींबू का रस डालने से दूर किया जा सकता है। पीआईबी फैक्ट चेक ने वायरल वीडियो को ‘पूरी तरह से फर्जी’ कहा है। पीआईबी ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि इस तरह के दावे बेबुनियाद हैं और लोगों को सलाह दी जाती है कि ऐसे उपायों का पालन न करें और उन नियमों और एहतियाती उपायों को अपनाएं जो डॉ या मेडिकल पेशेवर की तरफ से प्रमाणित हैं। <पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> ये आदतों से जीभ का रंग हो सकता है, काला, जानिए इनसे बचने के उपाय कुछ उपयोगकर्ता ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> कोविद -19: आयुष मंत्रालय ने बतायाए इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय, कोरोना से होगा बचाव

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