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चाणक्य नीति: अपने करीबी को भी नहीं बतानी चाहिए ये 5 बातें, होता है नुकसान

by Sneha Shukla

आचार्य चाणक्य को अनुकूल राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और महान शिक्षाविद माना जाता है। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र को एक ग्रंथ भी लिखा है। जिसमें तारकी, धन, विवाह और व्यापार सहित जीवन के कई पहलुओं की समस्याओं के साथ उनका हल भी बताया गया है। चाणक्य की नीतियों का पालन कर लोग जीवन में सफलता हासिल करने के साथ ही छल-कपट से भी बच जाते हैं। आचार्य चाणक्य ने एक श्लोक में बताया है कि कुछ चीजों को गुप्त रखने में ही भलाई है। इन 5 बातों को किसी बेहद करीबी को भी शेयर नहीं करना चाहिए, वर्ना मुश्किलें बढ़ जाती हैं।

1. अपना दुख न बताएं- आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी से भी अपना दुख नहीं बाँटना चाहिए। दुख की चर्चा करने से यह बढ़ता है। आपकी बात सुनकर सामने वाला आपके सामने सहानुभूति दिखाता है लेकिन वापस पीठे उपहास करता है। इसके अलावा लोग आपकी स्थिति का आकांलन करेंगे।

2. प्रेम संबंधों को न करें जाहिर- चाणक्य कहते हैं कि किसी से भी अपने प्रेम-संबंधों की चर्चा नहीं करनी चाहिए। वरना आपके लिए भविष्य में मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।

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3. धन की चर्चा न करें- नीति शास्त्र के अनुसार, किसी भी अंजान व्यक्ति के सामने धन की चर्चा नहीं होनी चाहिए। धन के मामले में किसी पर भी विश्वास कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में धन से जुड़ी चीजें खुद तक रखनी चाहिए।

4. परिवार की बेद न करें- चाणक्य कहते हैं कि किसी के सामने अपने परिवार की बुराई नहीं करनी चाहिए। जो व्यक्ति आपकी बातों को सुन रहा है, वह भविष्य में आपको इसी बात के लिए नीचा दिखा सकता है या लोगों के सामने अपमानित कर सकता है। इसलिए परिवार की बातें किसी को नहीं करनी चाहिए।

5. आंख मूंदकर भरोसा न करें- चाणक्य कहते हैं कि अक्सर धो वही लोग खाते हैं जो लोग आंख मूंदकर विश्वास करते हैं। इसलिए किसी पर भी विश्वास करने से पहले चार बार सोचना चाहिए।

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