छप्परा: कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मंडल कारा छपरा में कैदियों को टीका लगाने की शुरुआत कर दी गई है। शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ। निलेश रामचंद्र देवरे के निर्देश पर मंडल कारा छपरा में बंद कैदियों को टीका लगाया जा रहा है। कैदियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई है।
मंडल कारा में 45 वर्ष और उससे ऊपर उम्र के कैदियों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रतिनियुक्ति किया गया। जेल के अंदर टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। जिलाधिकारी डाॅ। नीलाश रामचंद्र देवरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग बंदियों की जांच के बाद टीका लगाया जा रहा है।
बताया गया कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वह इसे रोकना बड़ी चुनौती है। इसी को देखते हुए कैदियों को भी टीका लगाया जा रहा है। टीका लेने के बाद कोरोना संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। टीका से शरीर में बालों को तैयार होता है जिससे संक्रमण होने की आशंका तो कम रहती ही है साथ ही अगर संक्रमण हो भी जाए तो गंभीर स्थिति तक पहुंचने की स्थिति नहीं होती है।
जिलाधिकारी डाॅ। निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि सभी लाभार्थियों को दोनों डोज लेना जरूरी है। संक्रमण से बचाव के लिए कोविड -19 का केक एक बड़ा हथियार साबित हो रहा है। वैक्सीन की दोनों डोज लेने के चार सप्ताह बाद दूसरी डोजने है। इससे शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
मंडल कारा में लगभग 500 कैदियों को लगाया जाना है टीका
जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि छपरा में लगभग 500 बंदियों को टीका दिया जाना है। टीकाकरण के लिए सरकार को जेल आईडी उपलब्ध कराई गई है। इसी तरह के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है। लगभग 200 कैदियों के पास आधार कार्ड उपलब्ध है। जिनके पास आधार कार्ड नहीं है उनका जेल आईडी के माध्यम से टीकाकरण किया जा रहा है।
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