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पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में नेपाली पुलिस ने पीलीभीत के युवक को गोली मार दी थी। एक महीने बाद युवक की मौत हो गई है। 4 अप्रैल को थाना हजारा के गांव टीला नंबर 4 के रहने वाले गोविंदा, गुरुमेश, पप्पू, उमेश अपने खेत में काम कर रहे थे। आरोप है कि नेपाल की पुलिस आई और उनपर गोली चला दी जिसमें गोविंदा की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, गुरुमेश को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर किया गया था। जहां उसका इलाज चल रहा था। सोमवार को एक महीने बाद गुरुमेश की भी मृत्यु हो गई है।
री ना हो घटना
एसपी का कहना है कि लखनऊ में युवक का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और देर रात तक शव आ पायागा। वहीं, घटना के बाद भारत के अधिकारी और नेपाल के अधिकारियों ने एक संयुक्त बैठक की थी। नेपाल की पुलिस ने घटना के संबंध में सफाई देते हुए कहा था कि तस्करी के शक में गोली मारी गई थी। वहाँ दोनों देशों के अधिकारियों ने तय किया था कि फिर से इस तरह की घटना ना हो।
इलाज के दौरान मौत हो गई
पुलिस अधीक्षक पीलीभीत किरीट सिंह राठौर ने बताया कि एक महीने पहले नेपाल पुलिस ने शक करते हुए भारतीय नागरिकों को गोली मार दी थी। जिसमें एक युवक की मौके पर मौत हो गई थी और दूसरा घायल हो गया था। सोमवार को लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई है।
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