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तेजस्वी यादव ने CM नीतीश पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, JDU ने किया पलटवार, कही ये बात

तेजस्वी यादव ने CM नीतीश पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, JDU ने किया पलटवार, कही ये बात

by Sneha Shukla

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पटना: बिहार विधानसभा में मंगलवार को जो हुआ उसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की थी। जिस तरह की तस्वीर विधानसभा से आई उसने लोगों को चौंका दी। अब इस पूरे मामले में वार-पलटवार का दौर जारी है। इसी क्रम में सीएम नीतीश पर निशाना साधने के आदेश में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया, जिसने नए विवाद खड़ा कर दिया। तेजस्वी की ट्वीट की ज़ीयू में एपिसोड शब्द में निंदा की है।

वास्तव में, विधानसभा में विधायकों विशेष रूप से महिला विधायकों के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव से नाराज तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, “नीतीश कुमार को इंद्रिय रस प्राप्त हो जाएगा जब सदन में उनके गुंडे महिला विधायकों की साड़ी उनके ब्लाउज में हाथ डाल रहे होंगे। था। माँ-बहन की भद्दी-भद्दी गालियाँ देकर बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा था। इस शर्मनाक घटना के बाद रात्रि में ‘निर्लज्ज कुमार’ नृत्य-संगीत का आनंद उठा रहे थे। “

तेजस्वी के इस स्वी भद्दे ’ट्वीट पर पलटवार करते हुए ज़ीयू ने लिखा,“ सार्वजनिक जीवन में नीचता और भाषाई नग्नता की सब हदें पार कर कर कौन-सा उदाहरण पेश कर रहे हो तेजस्वी यादव। आपके ट्वीट आपकी मां-बहनें भी पढ़ें तो शर्म से झुक जाएंगे। गर्दन नीचे कर लें। अपने ‘इन्द्रिय रस ज्ञान’ से युवाओं का नेतृत्व करने चले?

ज़ीयू ने लिखा है, “अगर पढ़ने-लिखने की थोड़ी भी आदत पड़ती है तो पुलिस बिल को एक बार पूरा पढ़ा लेना। आडंबर रचकर बिहार और देश को भरमाने के घृणित प्रयास में कभी सफल नहीं लिखी। समझदार जनता बिल पढ़ी लेगी और समझ भी। लेगी। संसदीय परंपरा को तार-तार कर ज्ञान बांटते शर्म नहीं आती? “

तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि खैनी मलवाकर पुलिस अधिकारियों का मनोबल तोड़ने वाले लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव क्या जानें कि लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस को किस तरह के अधिकारों से लैस करना जरूरी है। बिल्वपत्र तो शायद कुछ समझ में भी आता है।

गौरतलब है कि कल बिहार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 पेश किया गया था। लेकिन विपक्ष के विधायक इस विधेयक को काला कानून बताते हैं कि हंगामा कर रहे हैं। विपक्ष ने हर हस्तलिपियों को भूल कर विरोध किया। सदन में विपक्ष ने आसान का घेराव किया, तोड़फोड़ किया, बिल की प्रति छीनने की कोशिश की।

विधानसभा सभा अध्यक्ष के कार्यलय के बाहर धरना दिया, जिसके के अतिरिक्त पुलिस बल को विधानसभा बुलाया गया, जिन्होंने विपक्ष के विधायकों को बलपूर्वक बाहर निकल दिया था।



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