नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश में को विभाजित -19 से उत्पन्न परिस्थितियों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की है। जिसमें उन्होंने ऑक्सीजन और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के मुद्दे पर समीक्षा की। इस दौरान तीन इंपावर्ड ग्रुप्स ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर प्रेजेंटेशन दिया।
घरेलू मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ा
बताया गया कि पिछले साल की तुलना में देश में घरेलू मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ा है। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को अफसरों ने बताया कि देश में अगस्त 2020 को 5700 मिलियन टन प्रतिदिन से बढ़कर अब 8922 मिलियन टन हो गया है। अप्रैल के अंत तक 9250 मिलियन टन प्रतिदिन ऑक्सीजन प्रोडक्शन पहुंचने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफसरों को राज्य सरकारों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।
पीएम मोदी ने ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के निर्देश दिए
उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान ऑक्सीजन सप्लाई में रेलवे और एयरफोर्स की सेवाओं के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में ICU आदि की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। इस बैठक में काउंटर सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सेक्रेटरी, नीति आयोग के सदस्य सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।
बता दें कि कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के कारण देश के कई शहरों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। जिनके बारे में अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के कार्यालय की ओर से तकरीबन ई ऑक्सीजन जेनरेटर इस सप्ताह भारत पहुंचने वाले हैं। जिसके माध्यम से प्रत्येक जेनरेटर से एक अस्पताल में 250 बिस्तर के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकती है।
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