पट: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बैठक में गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई। क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप की हुई बैठक में बिहार में 16 से 25 मई तक के लिए लॉकडाउन को दिया गया है। यानी अब बिहार में 25 मई तक लॉकडाउन लागू हो गया है। इन सबके बीच कम्युनिटी किचन पर सरकार ने जोर दिया है।
सरकार द्वारा संचालित कोविड अस्पताल, कोविड कैर सेंटर एंड डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती मरीजों के परिजन या सेवा करने वालों के भोजन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक किचन के माध्यम से की जाएगी। अगर निजी अस्पताल चाहते हैं तो किसी संस्था के माध्यम से तीमारदारों के भोजन की व्यवस्था साफ-सफाई और को विभाजित प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए किया जा सकता है।
निम्न वर्ग के लोगों की भूखे मरने जैसी स्थिति
इधर, आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने लॉकडाउन को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लालू यादव द्वारा कही गई बातों को सही करार देते हुए कहा कि इस फैसले से निम्नलिखित वर्ग के लोगों की भूखे मरने जैसी स्थिति हो गई है। सरकार दिखावे के लिए समुदाय किचन की व्यवस्था कर रही है।
उन्होंने कहा कि समुदाय किचन में सरकार की कोई व्यवस्था नहीं है। लोग भूके ना सोए इसकी व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए। सरकार फर्जी आंकड़े पेश कर रही है। चारों ओर विमानन चिताएं जल रही हैं। आखिर बक्सर के चौसा में गंगा में लाशों का अंबार कहां से मिला है। इसलिए ये चिंता का विषय है और इस महामारी के समय सरकार अदृश्य ना हो उनकी व्यवस्था दिखनी चाहिए।
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