पट पटः: भारत में बढ़ते कोरोनावायरस को देखते हुए कई देश मदद पहुंचाने में जुटे हैं। इसको देखते हुए भारत सरकार ने सूबे के सबसे बड़े कोविड अस्पताल एनएमसीएच के मातृ शिशु अस्पताल परिसर में प्रयोजिनक लिक्विड ऑक्सीजन टैंक प्लांट बैठाने के लिए निर्देश जारी कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि फ्रांस की टीम प्लांट लगाएगी। हालांकि लिखित रूप से इस संबंध में अभी तक यह सामने नहीं आया है कि किस देश की कंपनी आवेदन कर रही है। हो सकता है यह फ्रांस की कंपनी की ओर से लगाया जाए। वहीं बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन भी लगा दिया गया है। यानी देखा जाए तो अब बिहार सरकार कोरोना को हराने में जोरशोर से जुट गई है।
दूसरे अस्पतालों की भी संभवत मदद करते हैं
अस्पताल के अधीक्षक डॉ। विनोद कुमार ने बताया कि सरकार की मुस्तैदी से यह अचीवमेंट हमें मिला है। अगले तीन सप्ताह के अंदर ही यहाँ अब ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी खत्म हो जाएगी। यहां प्लांट लगने से हम दूसरे अस्पतालों को भी ऑक्सीजन दे सकते हैं।
अस्पताल में जगह कर लिया गया
उन्होंने कहा कि आज के समय से जो सबसे बड़ी समस्या कोरोना के इलाज को लेकर आ रही है वह ऑक्सीजन को लेकर है। एनएमसीएच में भी इसकी समस्या हो रही है। इसके लिए हमलोग हर समयकालीन रहते हैं। अब परिसर में प्लांट के लग जाने से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनके मन में भी जो हर समय तनाव रहता है वह कम संभव है। ऑक्सीजन प्लांट के लिए अस्पताल परिसर में जगह को भी चिह्नित कर लिया गया।
गौरतलब हो कि एनएमसीएच के अधीक्षक विनोद कुमार कुछ दिनों पहले भी स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर उन्हें उनके पद से हटाने की अपील की थी। उस समय भी उन्होंने अस्पताल में हो रही ऑक्सीजन की समस्या के बारे में बताया था। उन्होंने यहां तक कहा था कि स्थिति कहीं से चौंकाने वाली है।
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