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बिहार: आरा में कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को अधीक्षक ने बुलाया अस्पताल, वजह पूछने पर कही ये बात

बिहार: आरा में कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को अधीक्षक ने बुलाया अस्पताल, वजह पूछने पर कही ये बात

by Sneha Shukla

आरा: बिहार के आरा जिले में सदर अस्पताल के अधीक्षक ने शुक्रवार को एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया। अधीक्षक ने अस्पताल के सभी कोरोना पॉजिटिव डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को ड्यूटी पर आने का आदेश जारी किया है। साथ ही उन्हें ड्रेस कोड फोस करने की भी हिदायत दी गई है। दरअसल ये फरमान केंद्रीय मंत्री और आरा के सांसद आरके सिंह के अस्पताल के देखभाल कार्यक्रम के बाबत जारी किया गया है। लेकिन अधीक्षक के इस फरमान पर विवाद शुरू हो गया है।

केंद्रीय मंत्री करने वाले हैं

दरअसल, केंद्रीय मंत्री आर के सिंह आज जिले के सदर अस्पताल का निरीक्षण करने वाले हैं। ऐसे में मंत्री के दृष्टिकोण के दौरान कोविद पोजिटिव कर्मचारियों और डॉक्टरों को भी ड्यूटी पर तैनात रहने का आदेश दिया गया है।

आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के हवाले से शुक्रवार को एक पत्र जारी किया गया, जिसमें कहा गया था कि “24 अप्रैल (शनिवार) को आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। ऐसे में सदर अस्पताल के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों और कर्मचारी। ((विभाजित पॉजिटिव सहित) को ड्रेस कोड में उपस्थित होना है। “

पत्र में कहा गया था, “सभी को लाभांश पॉजिटिव चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारी का आरटीपीसीसीआ जाना। जांच किया जाना है। इसलिए वे ससमय उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे। अनुपस्थित पाए जाने पर प्रकरण कार्रवाई की जाएगी। जिसकी सभी व्यक्तियों को संबंधित है। चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारी की होगी। “

झूठ बोल कर छुट्टी पर कर्मचारी हैं

इस संबंध में जब आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक प्रवीण कुमरा सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि सदर अस्पताल के कुछ डॉक्टर कोरोना की गलत रिपोर्ट दर्ज ड्यूटी से गायब हैं। इन दिनों कोरोना काफी तीव्र गति से बढ़ रहा है। ऐसे में डॉक्टरों का अस्पताल में होना बहुत जरूरी है। लिहाजा जो भी डॉ कोरोनाटिक होने का बहना बनाकर ड्यूटी से गायब हैं, उनकी भी जांच हो जाएगी।

अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक ने कहा कि अस्पताल के डॉ। सिटी स्कैन की रिपोर्ट से गायब हैं। जबकि कोरोना के लिए सबसे विश्वसनीय आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट है। इसलिए ये आदेश जारी किया गया है। इसलिए उनका कल टेस्ट संभव हो गया। यदि डॉ। झूठी रिपोर्ट देकर ड्यूटी से गायब हैं, तो ये अनुशासन के खिलाफ है। कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं, जो महीने भर से ड्यूटी से गायब हैं।

गौरतलब है कि कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना पॉजिटिव लोगों को पूर्ण तो आइसोलेशन में रहना है। लेकिन सदर अस्पताल के अधीक्षक ने कोरोना से चेतन कर्मचारियों को भी अस्पताल में भर्ती होने को कहा है।

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