<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> सुपौल: बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नाइट कर्फ्यू का एलान किया गया है। साथ ही कई अन्य पेटेंट भी लगाए गए हैं। सरकार की ओर से जारी किए गए गाइडलाइंस का प्रशासन भी सख्ती से पालन करवा रहा है। वहीं, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ताजा मामला बिहार के सुपौल जिले का है, जहां बीती रात नियमों को ठेंगा दिखाता बारात होने के लोगों के खिलाफ सुपौल पुलिस ने अनूठी कार्रवाई की है। & nbsp;
बीच सड़क पर बनी उठक-बैठक
सुपौल पुलिस ने जिले के लोहिया नगर चौक पर बीती रात बारात में एक स्कॉर्पियो को रोका। अनुमति से अधिक लोगों के गाड़ी में सवार होने की वजह पुलिस ने स्कॉर्पियो में सवार सात लोगों को नीचे उतरा और घंटों खड़े रखा। फिर सभी को बीच सड़क पर उठक-बैठक कराई और शपथ दिलाई कि वह ऐसी गलती नहीं करेगा।
इस संबंध में अंचल अधिकारी प्रिंस राज ने बताया कि सरकार की ओर से जारी को विभाजित गाइडलाइन और जिला पदाधिकारी सुपौल की ओर से जारी आदेश का पालन करने और उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी हम सबकी है। इसलिए सभी से मेरी अपील है कि कोविड के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए वे सावधान रहें। सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है।
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बता दें कि बिहार सरकार ने पूरे प्रदेश में शाम चार बजे ही दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। वहीं, शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया गया है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सवारी गाड़ी में 50 प्रतिशत लोगों के बैठने की एकमात्र अनुमति है। लेकिन लोग इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।
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