सुपौल: बिहार के पांच जिलों के सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है, जिसमें सुपौल जिले का सदर अस्पताल भी शामिल है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बिहार सरकार के वन, पर्यावरण एवं जल संरक्षण मंत्री नीरज सिंह बबलू ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस बाबत उनकी बात हुई थी और उन्होंने जल्द ही इसका कार्यान्वयन का भरोसा दिया है।
बता दें कि बीएमजीएफ के सपोर्ट से लगने वाला यह प्लांट सदर अस्पताल सुपौल के अलावा सदर अस्पतालबान, सदर अस्पताल जमुई, सदर अस्पताल बक्सर और सदर अस्पताल शिवहर में लगाया गया है। इसके अलावा सुपौल के वीरपुर अनुमंडल अस्पताल में भी विधायक कोष से ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिसका कार्य प्रगति पर है।
वहीं, छातापुर और बसंतपुर पीएचसी में एकारेंस की कमी को देखते हुए मंत्री नीरज बबलू ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया और तत्काल प्रभाव से दोनों पीएचसी को एक-एक एकारेंस उपलब्ध करा दिया गया है। मंत्री ने बताया कि जिले में कहीं भी एकारेंस या ऑक्सीजन की कमी नहीं खलीगी। वह लोगों से अपील की, कि कोई भी व्यक्ति यदि संदिग्ध होते हैं, तो यह छिपाए नहीं अविलंब अपनी जांच कराएगा।
उन्होंने कहा कि कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें लोग बगैर किसी जांच कराए घर पर ही रहकर दवा खा रहे हैं और उनकी परेशानी बाद में काफी बढ़ रही है। उन्हें सरकारी सुविधाओं का कोई लाभ नहीं मिल पाता है। दूसरा कि लॉकडाउन के नियम, प्रावधान और कोरोना गाइडलाइन का हमें अक्षरश: पालन करना चाहिए। केवल हम सुरक्षित रहेंगे और इस संकट से उबर करेंगे।
क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि एक हजार एलपीएम की क्षमता का यह ऑक्सीजन प्लांट हाउसर अस्पताल में लगाया गया है। इसके लिए अस्पताल परिसर में संबंधित एजेंसी को जमीन उपलब्ध करा दिया गया है। जल्द ही इसका कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बसंतपुर और छातापुर पीएचसी में एर्केन्स की परेशानी को देखते हुए उपलब्ध एर्केन में से एक-एक एएरेन्स तत्काल उपलब्ध करा दिया गया है। जिले में न तो आक्सीजन की कमी है और न ही ए आकाशेंस की कमी होने दी जाएगी। आवश्यक दवाईयां भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं।
यह भी पढ़ें –
क्या बिहार में बढ़ने वाला है लॉकडाउन? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों में कही ये बड़ी बात
।
Homepage | Click Hear |