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मनमानी वसूली पड़ेगी भारी, बिहार सरकार ने तय किए सीटी स्कैन के दाम, जानें क्या है नई दरें

by Sneha Shukla

कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच कुछ लोग प्रोफखोरी करने में लगे हुए हैं। इसपर लगाम लगाने के लिए बिहार सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार ने पहले निजी अस्पतालों के रेट तय किए फिर एकर्न्स चालकों का किराया तय किया। अब चिप स्कैन के लिए वसूली जा रही मनमानी कीमत पर रोक लगाते हुए, इसके लिए कीमत तय कर दी जाती हैं। जय दर से ज्यादा चार्ज करने वालों पर अब कार्रवाई होगी।

दरअसल, कोरोना की जांच और फेफड़े में संक्रमण की वास्तविक स्थिति का पता लगाने में चिप स्कैन की जांच अब अनिवार्य कर दी गई है। लेकिन इस उपयुक्तता का फायदा विभिन्न निजी जांच घर और पैथोलॉजिक सेंटर उठा रहे थे। ऐसे में विभाग ने स्पिन स्कैन के लिए दर निर्धारित की है।

इसमें एचएसीटी यानि हाई रिज्यल्लूशन चेनस्ट के लिए अधिकतम 3000 रुपए शुल्क का निर्धारण किया गया है। इसमें दो तरह की दर निर्धारित की गई हैं। जिसमें पहली सिंघल स्लाइस चिप मशीन से जांच पर अधिकतम 2500 रुपए और मल्टी स्लाइस रिग मशीन से जांच कराने पर अधिकतम 3000 रुपए शुल्क ही लिया जा सकता है। हालांकि धांधली जांच में अभी ज्यादातर सिंघल स्लाइस चूड़ी मशीन से ही जांच की जा रही है।

सभी शुल्क सहित निर्धारित की गई है राशि
स्कैन स्कैन में अधिकतम 3000 की राशि सभी शुल्क व अन्य खर्च में खर्च को मिलाकर की गई है। यानि इस शुल्क में जीएसटी, पीसीबीईस्ट, फिल्म, रिपोर्ट, सेनिटाइजेशन सहित अन्य किए गए भी शामिल हैं। स्वास्थ्य निदेशक डॉ। नवचंद्र प्रसाद ने सीएस को पत्र जारी करते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी हाल में को विभाजित के रोगियों से चिप स्कैन के लिए इससे अधिक शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए।

इस तरह की कोई शिकायत यदि जिले से आती है तो संबंधित जांच घर या पैथोलॉजिक सेंटर को सील करते हुए उनके लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं संचालक पर वैधानिक कार्रवाई भी करने का निर्देश दिया गया है। इस प्रावधान का उल्लंघन करने पर बिहार महामारी एक्ट व को विभाजित -19 रेगुलेशन एक्ट 2021 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

शहर के पैथोलॉजिक सेंटरों में पत्र की सूचना पर खलबली
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस पत्र को जारी करने के बाद शहर व जिले के पैथोलॉजिक सेंटरों में खलबली मच गया है। हाल तक धुंधला स्कैन में छह से आठ हजार रुपए लेने वाले इन केंद्रों की कमाई अब मध्य होने की सूचना मात्र से उनके पैरों की जमीन खिसक गई है। वहाँ विभाग ने उन्हें एक राहत दी है कि को विभाजित -19 के रोगियों के कठोर स्कैन के लिए यह दर कम की गई है।

अन्य बीमारियों में • यदि कोई भी स्कैन स्कैन नहीं है तो पूर्व की दर ही जारी रहेगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में शहर के पैथोलॉजिक सेंटरों और जांच घरों को अवगत करा दिया गया है। विदित हो कि पूर्व में भी मनमाने तरीके से कठोर स्कैन का शुल्क लेने को लेकर डीएम के हस्तक्षेप के बाद 5500 शुल्क निर्धारित किया गया। इसे फिर से संशोधित कर 4500 कर दिया गया। लेकिन अब विभाग ने इसे अधिकतम 3000 रुपए कर दिया है।

क्या कहते हैं अधिकारी
सिविल सर्जन डॉ। केएन तिवारी ने बताया कि विभाग द्वारा कठोर स्कैन के लिए संशोधित शुल्क जारी किया गया है। सिंघल स्लाइस स्पिन मशीन से 2500 व मल्टी स्लाइस मशीन से स्कैन करने पर अधिकतम 3000 शुल्क लेना है। यह शुल्क केवल विभाजित रोगियों के लिए है। इसका पालन सभी को करना है।

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