<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में कोरोना संक्रमण की मार के साथ लोगों को मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है। मसूरी में देर शाम को अचानक हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मसूरी ओले की सफेद चादर से ढक गया जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। ओलावृष्टि के कारण दोपहिया वाहनों के लिए आवाजाही खासी मुश्किल हो गई। कई पहहिया वाहन फिसल कर गिर भी गए, जिसमें सवार लोग चोटिल भी हुए हैं। & nbsp;
किसानों को हुआ नुकसान और nbsp;
मसूरी के आसपास सुरकंडा देवी, बुरांसखंडा, धनोल्टी, परी टिब्बा, लाल टिब्बा सहित अन्य क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि की वजह से किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों की फसल बर्बाद हो गई है, जिससे किसान मायूस हैं। किसानों का कहना है कि एक ओर तो कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे हैं और अब मौसम ने उन्हें मार डाला है। फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। किसानों ने सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है। & nbsp;
ठंड का हुआ एहसास
वहीं, मसूरी में भी तापमान गिरने से लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है। आश्रयों में बंद गर्म कपड़े एक बार फिर बाहर निकल आए हैं। लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
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