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राज की बातः कैसे रोकी जाए कोरोना वैक्सीन की बर्बादी, प्लान पर काम करेगी केंद्र सरकार

राज की बातः कैसे रोकी जाए कोरोना वैक्सीन की बर्बादी, प्लान पर काम करेगी केंद्र सरकार

by Sneha Shukla

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राज की बात: देश में तेजी से बढ़ रही कोरोना के आंकड़ों ने केंद्र से लेकर राज्य सरकारों की चिंता फिर से बढ़ा दी है। चिंता इस बात की है कि कैसे संक्रमण की बढ़ती अवस्था को रोका जाए, चिंता इस बात की है कि कैसे काफी हद तक ओवर में आ चुके संक्रमण को बेकाबू होने से रोका जाए और चिंता इस बात की है अचानक ऐसा क्या हुआ कि कोरोना की दूसरी लहर वाले हालात हिंदुस्तान में भी खड़े हो गए हैं। चिंताएं चौतरफा हैं और उसी में चौतरफा प्रभाव के बीच से एक प्रणाली जनित चिंता भी खड़ी हो गई है जिससे निपटा गया नहीं है, फिर भी हालात और बहुत ज्यादा गिरावट हो सकती है।

राज की बात ये है कि जो हिंदुस्तान दुनिया के तमाम देशों के लिए वैक्सीन भेज कर कोरोना को शिक्षित करने में मदद कर रहा है वही हिंदुस्तान में वैक्सीन की डोजेज बर्बाद हो रही हैं। राज की बात ये है कि कोरोना से लड़ाई के मामले में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी चिंता और चुनौती वैक्सीन की बर्बादी को रोकने की आस्था है। राज की बात ये है कि देश भर के राज्यों में जो वैक्सीन भेजी गई उसकी लगभग साढ़े 6 प्रतिशत डोज़ बर्बाद हो गई है।

‘रियल टाइम सपोर्टिंग’

राज की बात में हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि वैक्सीन को ख होनेाब होने से रोकने के लिए आखिर किस योजना पर सरकार काम करने जा रही है और किस तरह से बर्बादी के आंकड़ों को जीरो के लेवल तक पहुंचाया जाएगा।

राज्यों को भेजी गई लगभग 7 करोड़ वैक्सीन की खुराकों में से 23 लाख से ज्यादा वैक्सीन की खुराक बर्बाद होने के बाद केंद्र सरकार एक्षण में आ गई है और अब वैक्सीन के प्रयोग की रियल टाइम कंट्रोलिंग का फैसला किया गया है।

जानकारी के मुताबिक केंद्र से भेजे जा रहे वैक्सीन के प्रयोग में सही प्रबंधन के न होने से डोजेज खराब हुईं और अब बेहतर प्रबंधन के साथ हर साल का इस्तेमाल हो सकता है। इसकी जिम्मेदारी और निगरानी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पूरी तरह से अपने हाथ में ले ली है।

कितनी मिल पाती में कामयाबी है

कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को रोकने के लिए अब जो योजना बना है उसे राज्यों को अब हर रोज के नहीं बल्कि हर घंटे के वैक्सीन इस्तेमाल की रिपोर्ट केंद्र को देनी होगी। मंत्रालय में कोरोना की एक एक डोज के इस्तेमाल की जानकारी होगी। कौन सा पैसा कब भेजा गया और उसका इस्तेमाल कैसे होगा इसकी साफरा हर घंटे राज्यों की केंद्र सरकार को भेजनी है।

वैक्सीन की वादी को रोकने के लिए केंद्र, राज्य और जिला के स्तर पर शुद्धता से काम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि ये काम सुगमता से होता है और वैक्सीन की बर्बादी को किस हद तक रोकने में कामयाबी मिल पाटा है।

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