योजनाओं की स्थिति-सूर्य और चंद्रमा दोनों ही मेष राशि में विराजमान हैं। बुध, शुक्र और राहु वृषभ राशि में हैं। मंगल मिथुन राशि में हैं। केतु वृश्चिक राशि में हैं। शनि राशि में शनि हैं। कुंभ राशि में गुरु का गोचर चल रहा है। योजनाओं की स्थिति बहुत खराब है। चंद्रमा अमावस्या योग बनाकर सूर्य के साथ हैं। शुक्र और बुध राहु के साथ हैं। मंगल शत्रुक्षेत्री हैं।
राशिफल-
मेष-बहुत सब्र के साथ चलना होगा। बाकी सारी चीजें ठीक हैं लेकिन मन बहुत अजीब तरीके से परेशान होगा। माँ साथ होगी लेकिन स्वास्तथ ठीक नहीं होगी। संतान पक्ष, प्रेम और विवेकपूर्ण ठीक है। स्वास्तथिक पर धयान दें। सूर्यदेव को जल देते रहो। भगवान शिव की आराधना करते रहो।
वृषभ-स्थिति बेहद खराब है। मन, तनाव और प्रेम तीनों परिस्थितियों के प्रतिकूल है। अनिश्चित स्थिति नहीं है। रेजवेसी के साथ देगा। धीरे-धीरे आगे की ओर चलता रहेगा। शनिदेव और काली मां की अराधना करते रहो।
मिथुन-आर्थिक मामला सुलझ जाएगा लेकिन स्वास्तथ और प्रेम के साथ नहीं दे पा रहा है। धियातन रख। गणेश जी की अराधना करते रहें।
कर्क-स्वास्तथिक पर धयान दें। प्रेम की स्थिति में दूरी रहेगी। रेजवेसी मध्यम है। कुल मिलाकर अच्छी स्थिति नहीं है। बचकर पार। भगवान शिव की आराधना और बजरंग बाण का पाठ करते रहें।
सिंह-स्वास्तथ्य की स्थिति मध्यम है। प्रेम की स्थिति बेहतर है। दृष्टिकोणपट भी सही चल रहा है। अभी एक या दो महीने बहुत ध्यान से चलना है। पुन: एन नं। सूर्यदेव को जल दें।
कायाया-स्वास्तथ्य पर ध्यानन दें। प्रेम और दृष्टिकोणपूर्ण की स्थिति भली है। गणेश जी की अराधना करते रहें। शनिदेव की भी अराधना करें।
–जीवनसाथी के स्वयंसथ्य पर ध्यानन दें। अपने स्वयं के पाठ पर ध्यान दें। कोई नई दृष्टिकोण संबंधी गतिविधि शुरू न करें। प्रेम की स्थिति भली रहेगी। सूर्यदेव को जल देते रहो।
वृश्चिक-शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल जाएगा। स्वास्तथिक पर धयान दें। प्रेम की स्थिति भलाई है। दृष्टिकोणपट सही चल रहा है। सूर्यदेव को जल देते रहो।
धनु-भावनाओं में बहकर कोई निर्णय न लें। बेटिकॉन और अपनी सेहत पर धयानान चलो। संक्षिप्ति आधा-हटकर चलता रहेगा। बजरंग बाण का पाठ करें।
मंत्र-भूमि, भवन, वाहन की खरीदारी अभी रोक दें। गृहकलह के संकेत दिख रहे हैं। घरेलू सुख बाधा है। छाती में विकार की आशंका है। प्रेम की स्थिति मध्यम, संक्षिप मध मध्यम दिख रही है। मां काली की आराधना करते रहें।
गूंगा-वर्णक्रम रंग ला होगा। जीवन में तरक़्क़ी करते दिख रहे हैं। स्वास्तथिक पर धयान दें। प्रेम की भी तबीयत खराब हो सकती है। संतान पक्ष पर धचनान दें। आपका स्वागत है। गणेश जी की अराधना करते रहें। कोई भी नीली वस्तु पास रखें।
मीन-कुटुम्बबीरों से न उलझें। रुपया-पैसा में रि और न न लें। बढ़ाने के चक्कर में कमी हो सकती है। स्वास्तथ्य और प्रेम मध्यम है। दृष्टिकोणपट लगभग-लगभग ठीक रहेगा। भगवान शिव की आराधना करते रहो।
प्रसतुति-
अजय कुमार सिंह
गोरखपुर।
।
Homepage | Click Hear |