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हरिद्वार। श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है। अखाड़े ने कहा कि जो भी संत घर या परिवार से रिश्ता रखते हुए हैं या फिर गृहस्थ जीवन जी रहे हैं। उन सभी के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें बाहर किया जाएगा। शुक्रवार को निरंजनी अखाड़े की अहम बैठक के बाद इसकी जानकारी दी गई।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि संन्यास परंपरा में आने के बाद संत का पुनर्जन्म होता है। संत अपना घर, परिवार माता, पिता सभी मोहमाया त्याग देता है। इसीलिए संत बनने के बाद दोबारा गृहस्थ जीवन में लौटना या फिर घर परिवार और अन्य परिवारों से संबंध रखना संन्यास परपंरा के खिलाफ है। निरंजनी अखाड़े के सभी संतों ने एकमत से ये फैसला किया है ऐसा करने वाले संतों को अखाड़े से बाहर किया जाएगा।
एक अप्रैल से शुरू हो रहा है महाकुंभ
बता दें कि हरिद्वार में एक अप्रैल से महाकुंभ शुरू हो रहा है। कुंभ के आयोजन के लिए राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की 72 घंटे पुरानी निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। इसके लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार ने भी आदेश जारी कर दिए हैं।
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