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स्वेज नहर में 6 दिन से फंसे विशालकाय जहाज को आखिरकार बड़ी मशक्कत करने के बाद निकाल लिया गया है। जानकारी मिली है कि सोमवार को स्थानीय समय के अनुसार सुबह 4:30 बजे जहाज का बाहर निकाला गया है। मालवाहक जहाज के बाहर निकलने से दुनिया ने राहत महसूस की है। विशालकाय जहाज को नहर से बाहर निकालने के लिए दो खास घाटियों को काम पर लगाया गया था।
बता दें कि पनामा के झंडे वाला एवर गिवेन (एवर गिव) नामक विशाल जहाज एशिया और यूरोप के बीच माल ले जाने का काम करता है और मंगलवार को यह इस नहर में फंस गया था। विशालकाय जहाज को बाहर निकालने के लिए केवल से कई अधिकारी कोशिश में लगे थे, अब उनकी कोशिश कामयाब हुई और जहाज को बाहर निकाल लिया गया है।
#टूटने के: एवर गिव का वीडियो देखें, जो पहले स्वेज नहर को बंद कर दिया गया था और अब इसे फिर से खोल दिया गया है। में अच्छी खबर है # ईजीर।
pic.twitter.com/6HbkeBpA40– स्टीव हैंके (@steve_hanke) 29 मार्च, 2021
क्यों जरूरी था जहाज का निकलना?
बता दें कि यह नहर से हर रोज नौ अरब डॉलर का बिजनेस होता है। 6 दिन से फंसे इस जहाज का वैश्विक परिवहन और व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा था। अगर यह जहाज नहर में फंसा रहता है तो व्यापार को बहुत नुकसान पहुंचता है। जहाज फंसे रहने के कारण समुद्र में लगे ट्रैफिक जाम का असर 6 दिनों में ही दिखने लगा था। टॉयलेट पेपर बनाने वाली कंपनी सुजानो एसए ने दुनिया को चेतावनी दी थी कि अगर जहाज बाहर नहीं निकलता है और ट्रैफिक क्लियर नहीं होता है। तो दुनिया में टॉयलेट पेपर का संकट पैदा हो सकता है।
नाहर में फाँसा जहाज
स्वेज नहर प्राधिकरण के प्रमुख ने कहा कि जहाज ‘एवर गिवन’ के मंगलवार को नहर में फंसने की एकमात्र वजह तेज हवा है। लेफ्टिनेंट जनरल ओसामा राबेई ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जांच चल रही है लेकिन उन्होंने मानवीय या तकनीकी खामी की आशंका से इनकार नहीं किया है।
बता दें कि यह नहर 193.3 किलोमीटर लंबी है और पूरी दुनिया के 12 फीसदी सामानों की ट्रैकिंग इसी नहर के रास्ते से होती है। नहर में यातायात बाधित हो जाने के कारण कई जहाज अफ्रीका के रास्ते माल उपलाई करने चले गए। जिससे उन्हें कई दिनों की देरी का सामना करना पड़ा।
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