पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मंगलवार को अपने क्रिकेटरों के लिए माता-पिता बनने पर को लेकर पेरेंटल सपोर्ट पॉलिसी का ऐलान किया है। इस योजना के तहत महिला क्रिकेटरों को मां बनने पर 12 महीने की पैड लीव और पुरुषों को पिता बनने पर 30 दिनों की छुट्टी मिलेंगी। इस योजना का लाभ सभी खिलाड़ी तुरंत प्रभाव से ले सकते हैं। इस नीति के तहत महिला क्रिकेटरों को 12 महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद भी अगले साल उनका कॉन्ट्रेक्ट बढ़ाया जाएगा।
मटोरनिटी समाप्त होने के बाद महिला क्रिकेटरों को पुनः क्रिकेट गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। इसके लिए उन्हें पर्याप्त चिकित्सा और शारीरिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। मां बनने के बाद महिला क्रिकेटर को क्रिकेट के लिए यात्रा करना है तो पीसीबी बच्चे के देखभाल में मदद के लिए क्रिकेटर की पसंद के सहयोगी को साथ भेजेगा। इस सहयोगी के सफर और रहने का खर्चा बोर्ड उठाएगा, जो बराबर है।
नई नीति के बारे में पीसीबी के सीईओ वसीम खान ने बताया कि पीसीबी का यह कर्त्तव्य है कि वह अपने क्रिकेटरों की देखभाल करे और हर मोड़ पर उनकी मदद के लिए उपाय किए गए हैं। इसी के तहत यह जरूरी है कि हम खिलाड़ियों के लिए मददगार पेरेंटल सपोर्ट पॉलिसी लाएं ताकि हमारे पेशेवर क्रिकेटर्स का पूरी तरह से सपोर्ट किया जा सके। उन्हें जीवन के महत्वपूर्ण मोड़ पर अपने करियर की चिंता नहीं करनी चाहिए। हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए यह नीति काफी आवश्यक है। समाज के विकास में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है और हमारी महिला क्रिकेटरों ने हमें दुनिया के सामने पहचान दिलाई है। अब हमारे पास मटोरनिटी लीव नीति है तो मुझे उम्मीद है कि इससे ज्यादा महिलाएं और लड़कियां खेलों में आएंगी।
गौरतलब है कि बिस्माह मारूफ ने मां बनने के लिए पिछले दिनों क्रिकेट से अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक ले लिया था। उन्हें भी इस नीति का फायदा मिलेगा और वे पीसीबी की पेरेंटल सपोर्ट पॉलिसी का फायदा उठाने वाली पहली महिला क्रिकेटर होंगी। 2020-21 के लिए मौजूदा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट केवल दो और महीनों के लिए मान्य है। लेकिन इस नीति के तहत बिस्माह मारूफ का लाभ मिलेगा।
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