असः अपडेट होने के बाद इसे अपडेट किया जाता है। वैक्सीन की किल्लत का सबसे ज्यादा असर 18 से 44 साल की आयु वर्ग के लोगों पर पड़ रहा है, क्योंकि अभी तक 18 से 44 साल की आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो पाया है। आलम यह है कि जम्मू शहर में लगभग आधा दर्जन वैक्सीनेशन सेंटर पर ताला जड़ा है और यहां पर बाकायदा नोटिस लगाया गया है कि वैक्सीनेशन की कमी के कारण वर्तमान में वैक्सीनेशन नहीं की जा सकती है।
गौरतलब ️ गौरतलब️ गौरतलब️️️️️️️️️ लेकिन, ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो सकता तो शहर भर में 18 साल से 44 साल के लोगों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर क्यों खोले गए।
संस्थान को भी यह निर्देश दिया गया था कि 18 से 44 वर्ष की आयु के लोग संस्थान में प्रवेश करने वाले हों। लेकिन, आलम यह है कि जम्मू में किसी भी ऐप पर यह पंजीकरण नहीं हो रहा है।
जम्मू के होनेपुर इलाके में वैक्सीनेशन का पता लेने आया तरसेम लाल के मुताबिक पिछले 15 दिन से अपने बच्चों के लिए वैक्सीनशन का पता लेने लगातार आ रहा है, लेकिन उन्हें ना तो वैक्सीनेशन सेंटर से और ना ही आवेदन से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ।
तरसेम लाल ने कहा कि यह सरकार की नाकामी है कि आम जनता को वैक्सीनेशन सेंटर तक लाया जा रहा है और जो भी वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहा है उसे कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
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