[ad_1]
बीजिंग: कोविद -19 की उत्पत्ति पर डब्ल्यूएचओ और चीन की एक जॉइंट स्टडी में कहा गया है कि वायरस के चमगादड़ से किसी दूसरे जानवर के माध्यम से मनुष्यों में फैलने की आशंका है। वहाँ इसके रायपुर से फैलने में बहुत कम आशंका है। न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी दी है। रिपोर्ट के ये निष्कर्ष काफी हद तक विस्तार थे और रिपोर्ट में अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। इस टीम ने रायपुर से वायरस के रिसाव होने की परिकल्पना को छोड़कर आगे रिसर्च का प्रस्ताव दिया है।
रिपोर्ट के जारी होने में देरी से उठे सवाल
गौरतलब है कि रिपोर्ट के जारी होने में देरी की रही है। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या चीनी पक्ष महामारी फैलाने के दोष से चीन को बचाने के लिए निष्कर्षों को बदलने की कोशिश कर रहा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि यह रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में जारी करेगी।
एपी को डब्ल्यूएचओ में जिनेवा के एक राजनयिक से सोमवार को लगभग अंतिम रिपोर्ट मुहैया कराई गई है। हलांकि यह स्पष्ट नहीं था कि क्या रिपोर्ट को अभी भी जारी किए जाने से पहले संशोधित किया जा सकता है या नहीं। राजनयिक की पहचान उजागर नहीं की गई है।
वायरस फैलने के चार सिनेरियो
रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने वायरस के फैलने के चार सिनेरियो बताए हैं। उन्होंने रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला कि वायरस के चमगादड़ से दूसरे जानवर के माध्यम से मनुष्यों में फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि चमगादड़ से मनुष्यों में सीधा वायरस के फैलने की संभावना बहुत कम है। इसके साथ ही “कोल्ड-चेन” फूड प्रोडेक्ट्स के जरिए वायरस फैल सकता है लेकिन इसका भी आशंका कम ही है। यह रिपोर्ट काफी हद तक चीन के शहर वुहान में आंतरिक एक्सर्ट्स की डब्ल्यूएचओ टीम की यात्रा पर आधारित है, जहां सबसे पहले कोविड -19 का पता चला था।
यह भी पढ़ें-
रूस: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कोविद -19 वैक्सीन से साइड-इफेक्ट्स के सवाल पर क्या कहा? जान
स्वेज नहर में छह दिन से फंसा विशाल कार्गो जहाज चल रहा था, दुनिया के लिए राहत की खबर
।
[ad_2]
Source link
Homepage | Click Hear |