[ad_1]
सनातन धर्म में अक्षय तृतीया (अक्षय तृतीया 2021) का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त होने के कारण किसी भी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस साल यह तारीख 14 मई को पड़ रही है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन दान का दोगुना फल मिलता है। इसके साथ ही इस दिन सोने की खरीदारी भी बेहद शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया का महत्व-
भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं धर्मपज युधिष्ठिर को अक्षय तृतीया का महत्व बताते हुए कहा था कि यह परम पुण्यमयी तिथि है। इस दिन दोपहर से पहले स्नान, दान और तप करने से इंसान को पुण्यफल की प्राप्ति होती है। अक्षय तृतीया को एक के बारे में प्रचलित एक पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन काल में एक गरीब और वैश्य रहता था। जिनके भगवान में ज्यादा श्रद्धा थी। गरीब होने के कारण वह बहुत व्याकुल रहता था। इस दिन उसे किसी से अक्षय तृतीया व्रत के बारे में पता चला। उसनें इस दिन विधि-विधान से देवी-देवताओं की पूजा की और दान-पुण्य किए। इस दिन किए गए दान-पुण्य के प्रभाव से वह अगले जन्म में कुशवती का राजा बना।
सोमवती अमावस्या के दिन बनने वाले ये 2 योग, जानिए इनका प्रभाव और इस दिन बनने वाले सभी शुभ-अशुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया के दिन क्यों की जाती है सोने की खरीदारी?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन शुरू किया जाने वाला कार्य सफल होता है। इतना ही नहीं इस दिन जितने भौतिक संसाधन जुटाए जाओ, वह हमेशा बने रहे हैं। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन लोग नए काम की शुरुआत करने के साथ ही बर्तन, सोना, चांदी और अन्य कीमती वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। कहते हैं कि इस दिन को सोने से पीढ़ियों के साथ उठता है।
चाणक्य नीति: यह 3 इस्तेमाल किए गए सभी के होते हैं प्रिय, समाज में बहुत मिलता है मान-सम्मान
बेहद खास होती है ये तारीख
-अक्षय तृतीया के पावन दिन ही उत्तराखंड में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलते हैं।
-धर्म मान्यताओं के अनुसार इस पावन दिन गंगा स्नान करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है।
-अक्षय तृतीया के दिन किसी भी तरह का शुभ कार्य किया जा सकता है।
-इस दिन पितृ संबंधी कार्य करने से पितरों का अर्शीवाद प्राप्त होता है।
– दिन सोने की खरीदारी शुभ माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन किसी भी कार्य की शुरुआत की जाती है तो उस कार्य में सफलता अवश्य प्राप्त होती है।
।
[ad_2]
Source link
Homepage | Click Hear |