[ad_1]
नवरात्रि हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। नवरात्रि को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। मां दुर्गा की उपासना के नौ दिन भक्तों के लिए बेहद खास होते हैं। इन दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। कई भक्त नवरात्रि के नौ दिन व्रत रखते हैं तो कई प्रथम और अंतिम रखकर मां दुर्गा की उपासना करते हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करने से उनता आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल तक रहेगी।
इस बार क्या होगा मां की सवारी-
इस साल चैत्र नवरात्रि मंगलवार के दिन से शुरु हो रहे हैं। इसलिए मां की सवारी अश्व यानी घोड़ा मानी जाएगी। शास्त्रों में मां दुर्गा का अनवर पर आना गंभीर माना जाता है। भागवत पुराण के अनुसार, नवरात्रि पर मां दुर्गा जब घोड़े की सवारी करते हुए आती हैं तो इसका असर प्रकृति, देश आदि पर देखने को मिलता है।
भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व व चंद्रोदय का सही समय
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त-
दिन- मंगलवार
तारीख- 13 अप्रैल 2021
शुभ मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक।
अवधि- 04 घंटे 15 मिनट
घटस्थापना का दूसरा शुभ मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक।
चाणक्य नीति: इन 4 गुणों से ही होता है सही व सच्चा इंसान की पहचान, आप भी जानिए
नवरात्रि घटस्थापना पूजा विधि-
-सबसे मिट्टी को चौड़े मुंह वाले बर्तन में रखें और उसमें सप्तधान्य बोएं।
-अब उसके ऊपर कलश में जल भरें और उसके ऊपरी हिस्से (गर्दन) में कलावा बांधें।
-आम या अशोक के पत्तों को कलश के ऊपर रखें।
-नारियल में कलावा लपेटे।
-केके बाद नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर और पत्तों के मध्य रखें।
-घटसनना पूरी होने के पश्चात मां दुर्गा का आह्वान करते हैं।
।
[ad_2]
Source link
Homepage | Click Hear |