लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से खराब होने के कारणों के बीच ऊपरी मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिला धार्मिकता को आदेश दिया है कि कोरोना रोगियों के लिए भी सेक्टर धार्मिकता की प्रणाली लागू की जाए। हर सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में देखता है कि अगर किसी मरीज को अस्पताल की आवश्यकता है तो वह तुरंत अस्पताल पहुंचेगा।
वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी कर रही है सरकार
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि वैक्सीनेशन के अभियान को लेकर एक करोड़ से ज्यादा डोज का आदेश निर्गत किया गया है और प्रयास किया जा रहा है कि समय पर डोज उपलब्ध कराया जाए। हाल में नवनीत सहगल ने ये भी बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोई भी अस्पताल मरीज को वापस नहीं करेगा। अगर सरकारी अस्पताल में बिस्तर नहीं है तो निजी अस्पताल में रोगी को भेजा जाएगा और पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
जारी है कोरोना का कहर
बाता दें कि, उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का कहर जारी है। बीते कई दिनों से राज्य में 30 हजार से ज्यादा कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में भी यूपी में कोरोना के 32,993 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में सक्रिय केस की संख्या भी तीन लाख के पार चली गई है। उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि ” पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के 32,993 नए मामले सामने आए हैं और 30,398 लोग डिस्चार्ज हुए हैं। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 3,06,458 है। कल प्रदेश में 1,84,144 सैंपल्स की जांच की गई। ” उन्होंने बताया कि ” अब तक उत्तर प्रदेश में कुल 4,01,41,354 सैंपल्स की जांच की गई है। 4 करोड़ से ज्यादा टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश का पहला राज्य बन गया है। ”
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