Home » Coronasomnia: महामारी कैसे आपकी नींद को प्रभावित कर रहा है, जानें इस परेशानी से कैसे निपटें
Coronasomnia: महामारी कैसे आपकी नींद को प्रभावित कर रहा है, जानें इस परेशानी से कैसे निपटें

Coronasomnia: महामारी कैसे आपकी नींद को प्रभावित कर रहा है, जानें इस परेशानी से कैसे निपटें

by Sneha Shukla

[ad_1]

स्वास्थ्य सुझाव: कोरोनावायरस को फैले हुए एक साल से ज्यादा हो गया है। इस बीच महामारी के बारे में लगातार चर्चा सोशल मीडिया पर, परिवार और दोस्तों के बीच पूरी दुनिया में जारी है। बहुत ज्यादा चर्चा से लोगों को बेचैनी और भविष्य के बारे में निराशा का एहसास होने लगा है। ये निराशा नियमित जीवन में रच बस गई है, जिससे रात में लोगों का सोना और काम करना मुश्किल हो गया है।

खौफ का असर हमारे दिमाग पर अभी भी बरकरार है। कोविद -19 न सिर्फ हमारी जिंदगी में भूचाल लाई है, बल्कि दिमागी सेहत और लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित किया है। डर चाहे वायरस के संक्रमण का हो या उससे जुड़े लक्षणों से निपटने का, चिंता और तनाव की कोई सीमा नहीं है। महामारी से हमारी नींद के चक्र पर असर पड़ा है। ये स्थिति कोरोना सोमनिया कहलाती है।

कोरोना सोमनिया का नींद पर प्रभाव
कोरोना सोमनिया शब्द अनिद्रा के मुद्दों और कोरोनावायरस के कारण नींद की समस्याओं को इंगित करता है। महामारी ने हमारी जिंदगी में बहुत ज्यादा तनाव और चिंता उजागर की है। जर्नल ऑफ क्लीनिकल स्लीप मेडिसीन में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक करीब 40 फीसद लोगों ने महामारी के नतीजे में सोने की समस्या को रिपोर्ट किया है।

कोरोना सोमनिया की वजह क्या है?
लोगों में ‘कोरोना सोमनिया’ होने के कई कारण हैं। लेकिन ज्यादातर कारण कोविड -19 संक्रमण से सामना में महसूस होनेवाली असुरक्षा और डर से जुड़े हैं। परिजनों और परिवार को सुरक्षित करने की बहुत ज्यादा चिंता से दबाव पड़ता है। उसके अलावा, सोशल डिस्टेंसिंग की स्थिति, संक्षेपण और खौफ सभी मिलकर तनाव में योगदान करते हैं जो नींद से जुड़ी समस्या है।

महामारी से जीवनशैली में तब्दील
कोविद -19 महामारी ने हमारे जीने के तरीके में गहरा बदलाव लाया है। उसने हमारे रोज़ाना के शेड्यूल, भोजन की आदतें, काम के वातावरण में बाधा पैदा कर दिया है और हमारी दिमागी स्थिरता पर भारी पड़ा है। सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटीन आज की दुनिया का मानक बन गए हैं। हाल के दिनों में खुद को कम हुई सावधान रखने की क्षमता ने अनिद्रा और नींद की कमी में योगदान दिया है। वैज्ञानिक रिपोर्ट बताते हैं कि एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल के उत्पादन की वजह बन सकती हैं।

कोरोना सोमनिया से कैसे निपटें?
विशेषज्ञों की सलाह है कि चिंता और तनाव को मेडिटेशन और योग की मदद से निपटा जा सकता है। कार्य समय में जरूरी है कि हम अपने दिमागी स्वास्थ्य पर ध्यान करें और तनाव को हल्का करने की कोशिश करें जो भविष्य में ज्यादा गंभीर समस्या की वजह बन सकते हैं। नियमित दिनचर्या का पालन और स्वस्थ जीवनशैली की तरफ मुड़ने से तनाव के लेवल को नियंत्रित और कम करने में मदद मिल सकती है।

कोरोना अपडेट: देश में लगातार दूसरे दिन 62 हजार नए मामले आए, 24 घंटे में 312 अरबों की मौत हुई

दिल्ली कोरोना: लगातार तीसरे दिन 1500 से अधिक नए मामले, जानिए अस्पतालों में बेड्स की स्थिति क्या है?

नीचे देखें स्वास्थ्य उपकरण-
अपने बॉडी मास इंडेक्स (BMI) की गणना करें

आयु कैलकुलेटर के माध्यम से आयु की गणना करें



[ad_2]

Source link

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment