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Coronavirus: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- बढ़ते मामलों के लिए शादियां, निकाय चुनाव और किसान आंदोलन जिम्मेदार

Coronavirus: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- बढ़ते मामलों के लिए शादियां, निकाय चुनाव और किसान आंदोलन जिम्मेदार

by Sneha Shukla

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए निकाय चुनाव, किसान आंदोलन, शादी समारोह और को विभाजित एप्रोपरेट बिहेवियर का पालन ना करना सबसे बड़ी वजह बताई है। ये बात उन्होंने 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक में कही।

कोरोना के बढ़ते मामलों और टीकाकरण पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने मंगलवार को उन 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की जहां लगातार कोरोना में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बैठक में महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री शामिल थे।

11 राज्यों में कोरोना के कुल मामलों का 54% है

इस बैठक में डॉ। हर्षवर्धन ने बताया की इन 11 राज्यों में कोरोना के कुल मामलों का 54% है जबकि देश में हुई कोरोना संक्रमण से मौत में 65% इन राज्यों में। वहीं पजित राज्यों भी इन राज्यों में बड़े बै खासकर महाराष्ट्र में 25%% हैं। और छत्तीसगढ़ में 14%। इसके अलावा फरवरी 2021 से इन राज्यों में मामलों में भारी वृद्धि हुई है, जिसमें से अधिकांश 15-44 वर्षों की युवा आबादी में बताई गई हैं। वहाँ अंतराल से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की मौत हुई है।

निकाय चुनाव, किसान आंदोलन, शादी समारोह बढ़ते मामलों की वजह- डॉ। हर्षवर्धन

कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए उन्होंने निकाय चुनाव, किसान आंदोलन, शादी समारोह और कोविड एप्रोफेरेट बिहेवियर का पालन ना करना को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं इस बैठक में डॉ। हर्षवर्धन ने साफ कहा की कहा कि देश के लगभग सभी भागों में, खासकर इन 11 राज्यों में मामलों में उछाल का एक बड़ा कारण था कि लोगों ने को विभाजित एप्रोपरेट बिहेवियर का पालन करना छोड़ दिया। हर्षवर्धन ने बैठक में कहा की “ऐसा लगता है कि लोगों ने को विभाजित एप्रोफेरेट बिहेवियर ‘तिलांजलि’ दे दी है। ना लोग सकोट रहे है ना ही सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा है ना भीड़ है – कमी है जिसकी वजह से केस में सुधार हुआ है। है। पिछले साल इन्ही सबका पालन किया गया और केस कम हुए थे और वैक्सीन नहीं तब थे।

लोग नियमों का पालन करते हैं

बैठक में राज्यों को सलाह दी गई है कि वह टेस्ट ट्रक टेस्टिंग पॉलिसी अपनाए। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करें खासकर 70% RTPCR। वहाँ चेतन व्यक्ति पाए जाने पर अच्छे से कांटे ट्रेसिंग करें और 72 घंटे में संपर्क में आये लोगों का पता। इसके अलावा भीड़ भाड़ होने से रोके। वहीं लोग वर्क पहने हुए और सोशल डिस्टेंस का पालन करें। । हीलोकेशन बो हो। कोरोना के बढ़ते मामलों पर दो दिन में प्रधान राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक करने वाले हैं। वहीं उन्होंने साफ किया की देश मे वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और जरूरत के मुताबिक राज्यों को समय समय दी जाएगी।

भारत में 1,26,86,049 लोग कोरोना से भिन्न हो चुके हैं और 1,65,547 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है। वहाँ इस अंतर से 1,17,32,279 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। भारत मे संक्रमण से ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट 92.48% है और मृत्यु दर 1.30% है। देश अभी भी 7,88,223 सक्रिय मामला है जिसका इलाज चल रहा है।

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