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COVID-19: पहले से खतरनाक हुआ कोरोना, प्रोटेक्शन के लिए अब सिंगल नहीं डबल मास्क लगाएं

by Sneha Shukla

नई दिल्ली: कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने में आजमाए जा रहे सबसे आसान उपाय को भी अब मजबूत करने का वक्त आ गया है। जानकारी बता रहे हैं कि कोरोना का दूसरा और तीसरा म्युटेंट बहुत खतरनाक है। ऐसे में वेकोस्क का लेयर भी डबल कर लेना चाहिए। अमेरिका में भी जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी तो वहां के विशेषज्ञों ने डबल फेसिंग पर जोर दिया था। भारत में भी कोरोना की दूसरी लहर के बीच सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने डबल फेसिंग को प्रभावी तरीके से उपयोग पर बल दिया है। & nbsp;

डबल फेसिंग क्या है?

डबल फेसिंग कोई अजूबा शब्द नहीं है। एक के बदले दो फंदे पहनने को डबल फेसिंग कहते हैं। हालांकि डबल फेसिंग का भी एक विशेष तरीका होता है। ऐसा नहीं है कि आप एक के ऊपर एक दो कपड़े के चेहरे पहनते हैं या फिर कोई दूसरा एक तरह का चेहरा पहनते हैं। डबल फेसिंग में पहले सर्जिकल फेस और फिर कपड़े का वर्क पहनना होता है। सर्जिकल फ़ंक्शन न हो तो कपड़े के दो पहलू भी पहनें जा सकते हैं, ये सिएटल वर्क से बहुत प्रभावी है।

डबल फेसिंग के फायदे

डबल फेसिंग । कुछ फायदे हैं। चेहरे पर बेहतर तरीके से फिट हो जाता है। डबल फेसिंग से न तो खुद को और न ही दूसरों को किसी तरह के संक्रमण का खतरा रहता है। एक के ऊपर एक मुख से मुख सील हो जाता है। वहाँ डबल फेसिंग से बाहर की हवा फिल्टर के साथ नाक में जाती है। सीडीसी ने डबल फेसिंग पर स्टडी की। स्टडी में पाया गया कि डबल फेस में हवा 85.4% तक फिल्टर हो जाती है। वहीं केवल सर्जिकल फेस पहनने पर ये 56.1% होता है, जबकि केवल कपड़े का वर्क पहनने पर ये घटकर 51.4% रह जाता है।

कैसे पहनें डबल फेस?

सीडीसी के मुताबिक, एक सर्जिकल फंक्शन पर एक साधारण या कपड़े का फेश होना चाहिए। पहले सर्जिकल फंक्शन लें और फिर दोनों कोने पर छोटी गांठें लगा दें। अब वर्क को पूरा खोलकर नाक के ऊपरी हिस्से से लेते हुए ठुड्डी तक फैलते हैं। अब इस पर लगभग समान चौड़ाई का कपड़े का फ़ेस पहनते हैं। & nbsp;

कहां करें डबल फेसिंग

वैसे तो आप अपना बचाव करने के लिए भी कहीं डबल फेसिंग कर सकते हैं, लेकिन यदि आप हमेशा नहीं पहन सकते हैं तो भीड़भाड़ वाले वाले अलग-अलग स्थानों, जैसे सार्वजनिक ट्रासंपोर्ट, बाज़ार, अस्पताल या स्कूल में डबल फेसिंग जरूर करें। डबल फेसिंग के अलावा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना न करें और लगातार साबुन से हाथ धोते रहें और सोशल डिस्टैन्सिंग का पालन निश्चित करें।

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