हैप्पी ईद-उल-फ़ित्र 2021: पूरे देश में पूरी तरह से पूरी तरह से पूरी तरह से लागू है। मौसम में पूरी तरह से मौसम बदलने का मौसम जा, 13 मई 2021 को चांद का दीदार हो। संयोग से आज यानी 14 मई को हिंदू धर्म में भी अक्षय तृतीया का व्रत और परशुराम जयंती का त्योहार भी मनाया जा रहा है। लेकिन पूरे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोरोनावायरस को विभाजित -19 का संक्रमण फैला हुआ है। इसे इलेमा में भी पूरी तरह से समान थे। खराब -19 के संसर्ग को सुन्नी के साथ के साथ धर्मगुरु ने भी जोड़ा है जो वे आइड को संशोधित करते हैं। इस दौरान अपने आप को सुरक्षित रखें। उन्होंने यह भी कहा कि वे ईद में अपने से ज्यादा दूसरों की खुशियों का ध्यान रखें।
सादगी से है मनाते हैं ईद का पर्व
शिया धर्मगुरु मौलाना ने लोगों से अपील की है कि वे इस साल कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ईद का त्योहार बहुत ही सादगी से मनाते हैं। उन्हें जरूरतमंद लोगों का खास ख्याल रखें और उनकी मदद करें ताकि उन्हें अकेलापन महसूस हो। यह भी आददी की नमाज़ के लिए सुरक्षित है।
ईद के खर्च करते हैं का 50 प्रति है यारीबों को दान चलो
इस्लामिक धर्मगुरु मौलाना ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल ईद सादगी से मनाए जाते हैं। नए कपड़े न सिलवाएं बल्कि उनके पास जो सबसे बेहतर कपड़ा हो उसी को पहन कर घर में ही ईद की नमाज अदा करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ईद के बजट का 50 प्रतिशत गरीब भाई और जरूरतमंद लोग बांटे। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने लोगों से यह भी अपील की कि वे ईद के दिन गुस्ल करना, अच्छे कपड़े पहनना, खुशबूदार तेल लगाना, सुर्मा लगाना और खुजूर खाना सुन्नत है, इसलिए इन चीज़ों का एहिमाम किया जाना चाहिए। ड वे सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन की गाइडलाइन का और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
ईद उल्लस के मौसम में खराब होने पर वे भयानक होते हैं जब वे खतरनाक होते हैं। ईद की अदा अदा के पहले सदका-ए-खाद अदा करना चाहिए।
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