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FIR की जगह मंत्रों का सहारा ले रहा था थानाध्यक्ष, पीड़ित को कहा- गायत्री मंत्र का करें जाप

FIR की जगह मंत्रों का सहारा ले रहा था थानाध्यक्ष, पीड़ित को कहा- गायत्री मंत्र का करें जाप

by Sneha Shukla

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मेरठ: मेरठ के नौचंदी थाने के थानाध्यक्ष आजकल एफआईआर की जगह मंत्रों का सहारा लेकर मामले निबटाने में लगे हैं। पति-पत्नी के विवाद के एक मामले में थाने के इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने बाकायदा लिखित में गायत्री मंत्र के जाप का फार्मूला पीड़ित को दिया। फॉर्मूला असर नहीं किया तो पीड़ित आज आईजी मेरठ से गुहार लगाने पहुंचे।

मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी हेमंत गोयल ने अपनी जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर आकर गाजियाबाद की कविता कौशिक से यह सोच कर सात फेरे लिए थे कि आखिरी दिनों में कोई सहारा नहीं रहेगा। लेकिन शादी के बाद 19 साल के बेटे को साथ में आई सविता ने कुछ ही दिनों में घर पर कब्जा कर लिया।

कुछ महीने बीते तो हेमंत गोयल की 22 लाख की राशि सविता ने हड़प ली और हेमंत को घर से बाहर निकाल दिया गया। सब तरफ से निराश होकर हेमंत अपनी फरियाद के बारे में नौचंदी थाने पहुंच गए तो थानेदार ने इंसाफ के बजाय जीवन की समस्याओं को हल करने के लिए धर्म और अध्यात्म का मार्ग प्रशस्त किया। सविता और हेमंत को आमने सामने बिठा कर थानेदार प्रेमचंद शर्मा ने ऐसी प्रतिबद्धता की जो उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास में नजीर है।

वहीं समझौते के नाम पर सविता और उसका बेटा हेमंत गोयल को बार-बार पीटते रहे और पिटने के बाद हर बार थाने पहुंचे गोयल को थानेदार साहब गायत्री मंत्र का जाप करने का प्रिसक्रिप्शन देते रहे। तीसरे बार थानेदार प्रेमचंद शर्मा ने हेमंत गोयल को पूरी समस्या का समाधान लिख दिया। प्रिसक्रिप्शन की जो पर्ची इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने हेमंत गोयल को दी उस पर लिखा हुआ है कि 101 मनकों की माला का गायत्री मंत्र के साथ जाप करने से समस्या दूर हो जाएगी। आने को इस जाप के अलावा शांतिकुंज हरिद्वार में 3 दिन का प्रवास भी करना पड़ेगा। शांतिकुंज हरिद्वार में 3 दिन का प्रवास का खर्चा लाखों में है। थानेदार साहब उन्हें प्रवास प्रदान करने का ठेका भी लेते हैं।

आईजी मेरठ ने इस मामले में एसएसपी मेरठ को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के लिए कहा है। जिसके बाद इस मामले में पुलिस ने अपनी फजीहत होते देख मुकदमा भी दर्ज कर दिया है।

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