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अप्रैल में बुध को मिलाकर कुल 6 ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे थे। अब 1 अप्रैल को बुध का राशि परिवर्तन हो गया है। इस वर्ष का गुरु का यह पहला राशि परिवर्तन है। इसके अलावा सूर्य, बुध, शुक्र, मंगल भी राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य 13 अप्रैल को मेष राशि में जाएगा।
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मंगल मिथुन राशि में 13-14 अप्रैल 2021 को जाएगा और गुरुंब राशि में 6 अप्रैल को प्रस्थान करेगा। इसके साथ ही बुध दूसरी राशि परिवर्तन मेष र राशिि में जाएगा। शुक्र 10 अप्रैल को मेष राशि में जाएगा। जिस गणना से अभी तक योजनाओं की स्थिति है कि गणना से ये राशि परिवर्तन से कई राशियों को फायदा होगा। अभी मंगल और राहु अंगार योग बना रहे हैं। नीच के गुरु और श्रवग्रही शनि अपमान योग बना रहे हैं। इस प्रकार राशि परिवर्तन से कई राशियों को फायदा मिलेगा। ये सभी में गुरु का परिवर्तनएशी परिवर्तन बहुत खास माना जा रहा है।
देवगुरु 6 अप्रैल को मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 16 सितंबर को गुरु फिर वक्री होंगे और फिर से मकर राशि में जाएंगे और 20 नवंबर को मकर से कुंभ राशि में जाएंगे।
देव गुरु बृहस्पति धन, विवाह, ज्ञान और सत्कर्म के कारक: देव गुरु बृहस्पति को सर्वाधिक शुभ और शीघ्रफलदाई ग्रह माना गया है। यह धनु व मीन राशि के स्वामी है। गुरू ग्रह के कारण ही जातक का विवाह, धनलाभ और ज्ञान मिलता है। गुरु के राशि परिवर्तन से वृषभ, मेष और मिथुन राशि वालों को कों धन लाभ, नौकरी, प्रमोशन के मामले में बहुत ही अधिक लाभ होगा। तुला, वृश्चिक राशि वालों को संतान सुख के साथ धन लाभ के योग हैं।
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