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हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हरिद्वार में कोरोना के मामले हर रोज बढ़ने से स्वास्थ विभाग की चिंता भी बढ़ने लगी है। हालांकि, कुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग का दावा कर रहा है कि उनके पास कोरोना संक्रमण को रोकने और जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं, लेकिन हकीकत इससे अलग है।
बढ़ने लगी है श्रद्धालुओं की संख्या
12 और 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान से पहले हरिद्वार में श्रद्धालुओं की संख्या भी लगतार बढ़ने लगी है। हरिद्वार में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ रहा है। कुंभ के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य की सीमा और मेला क्षेत्रों में रेंडम जांच की जा रही है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के पास इसके लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि हरिद्वार के सभी 72 घाटों पर यात्रियों की रेंडम जांच की जाएगी। कुंभ मेला अधिकारी अर्जुन सिंह सेंगर का दावा है कि राज्य की सीमाओं और सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की रेंडम जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
लगाई गई हैं 74 टीमें
वहीं, हाईकोर्ट ने भी कुंभ क्षेत्र में रोजाना 50 हजार हजार लोगों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में मेला क्षेत्र में अभी भी 20 से 25 हजार लोगों की ही जांच की जा रही है। अभी 10 और 11 निजी एमबीए जांच कर रहे हैं और इसे बढ़ाकर 14 किए जाने की बात कही जा रही है। इसके साथ ही राज्य सीमा और मेला क्षेत्र में 33 स्थानों पर श्रद्धालुओं की जांच हो रही है। जिसके लिए तकरीबन 74 टीमें लगाई गई हैं। स्वास्थ्य मेला अधिकारी का दावा है कि उनके पास 50 हजार से लेकर एक लाख तक रोजाना जांच कराने की व्यवस्था है।
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