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शास्त्रानुसार भद्रा रहित पूर्णिमा तिथि में ही होलिका दहन किया जाता है इस कारण रात में 12:30 बजे से पूर्व होलिका दहन हो जाए। क्योंकि रात में 12:30 बजे के बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार 28 मार्च 2021 दिन रविवार की रात में शुभ चौघड़िया सूर्य्यास्त से लेकर रात में 10:30 बजे तक उसके बाद बीमारी चौघड़िया लग जाएगी। अतः होलिका दहन का श्रेष्ट मुहूर्त्त सूर्यास्त बाद प्रदोष काल से लेकर रात में 10:30 बजे से पूर्व ही प्राप्त होने वाला है।
होलिका दहन 2021: होलिका दहन पर शनि-राहु-केतु और नजर दोष से मुक्ति के लिए करें ये उपाय
होलिका झाड की परंपराएं: होलिका से जुड़ी अलग-अलग परंपरा है। कहीं-कहीं होलिका की आग घर ले जाई जाती है। उस आग से घर में रोटी बनाने को शुभ माना जाता है। सर्वार्थसिद्धि योग साय 5 बजकर 38 मिनट तक। उसके बाद रवि हस्त सर्वार्थअमृत सिद्धि योग भविष्य रहेगा। वृद्धि योग। मित्र योगा। चुटकी बजाते रहेंगे भद्रा दिन में 1 बजकर 33 बजे समाप्त हो जाएगा। साथ ही पूर्णिमा तिथि रात में 12:40 तक ही अस्त रहेगा।
होली पर्व पर इस बार वृद्धि योग, मित्र योग, स्वार्थ सिद्धि योग, जये योग के साथ अमृत योग का संयोग है। विशेष यह भी है कि इस बार होली पर ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है। ऐसा कई वर्षों के बाद ऐसा हो रहा है। होली के प्रात: काल से ही चंद्र योग बन रहा है
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