IAS टॉपर अनुराग जैन की सफलता की कहानी: आज आपको यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस अफसर बनने वाले अनुराग जैन की कहानी बताएंगे जिन्हें यह सफलता दूसरे प्रयास में मिली। यूपीएससी में पहले प्रयास में भी सफलता के बेहद करीब जाने में चूक हुई। ऐसे में उन्होंने अपनी क्षमताओं को सुदीप और वर्ष 2018 में ऑल इंडिया संग्रह 24 प्राप्त कर अपना सपना पूरा कर लिया। विशेष बात यह रही कि अनुराग ने ग्रेज्यूशन के बाद लगभग 2 साल तक नौकरी की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी में आने का प्लान बनाया।
ग्रेज्यूशन के बाद जवाइन की नौकरी
अनुराग मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उन्होंने जॉवाइन कर ली। लगभग 2 साल तक जॉब करने के बाद उनका मन सिविल सेवा की तरफ आकर्षित हुआ। वर्ष 2017 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने अपनी रणनीति बदली और साल 2018 में टॉपर्स की सूची में शुमार हो गए।
अत्यधिक अत्यंत समझदारी से चुनें
अनुराग का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको औप्शनल एज्रे का चुनाव बेहद समझदारी से करना चाहिए। वे कहते हैं कि आप इस एज पॉइंट को चुनने के लिए थोड़ा लंबा लें और यह देख लें कि आपको इस विषय में कितनी पसंद है और आपने इसके बारे में कितना पढ़ा है। उनका कहना है कि कई बार लोग गलत एजें को औपशनल बना लेते हैं और उनके एटेम्पट बर्बाद हो जाते हैं।
यहां देखें अनुराग का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया था इंटरव्यू
अन्य कैंडिडेट्स को अनुराग की सलाह
अनुराग का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के लिए आपको अपना बेहतरीन शेड्यूल बनाना चाहिए। वे कहते हैं कि उन्होंने 2 साल की तैयारी के दौरान हर सप्ताह अपने शेड्यूल को चेक किया और उसी के हिसाब से तैयारी की। जहां उन्हें बदलाव करने की ज़रूरत है वहां पेड़ी ने किया। उनका मानना है कि अगर आप कड़ी मेहनत के साथ लगातार तैयारी करेंगे तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।
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