परशुराम जयंती 2021: आज वैशाख मास के शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि है। हिंदू धर्म के सूत्र, इस तारीख को विष्णु भगवान विष्णु के 6 तिथि परशुराम के रूप में था। इसके लिए इस तिथि को परशुराम जयंती मनाई जाती है। इसके भगवान परशुराम माता-पिता रेणुका और शुषि जमदग्नि की चौथी संतान थे। कृमिनाशक है। अपने माता-पिता की स्थिति को खराब करने के लिए अपने माता-पिता को अपने फोन की सुरक्षा से अलग रखना चाहिए। । आइये जानें इसकी पौराणिक कथा क्या है?
परशुराम ने कहा किया हुआ माँ का वध की पौराणिक कथा: हिन्दू धर्म के अनुसार एक बार परशुराम की माता रेणुका सरोवर में है। चित्ररथ परमाणुविहार कर रहे हैं। उन्हें देखकर ऋषि पत्नी के मन में विकार आ गया और वह उसी मनोदशा के साथ आश्रम लौट आई। ऋषि जंजीर ने अपनी पत्नी की स्थिति में स्थिति खराब होने की स्थिति में भी पता लगाया। इस् क्रोध , लेकिन तीनों बेटों ने मां की ममता के कारण ऐसा नहीं किया। ऋषि जदाग्नि ने अपने फोन को नियंत्रित किया। परशुराम परम आज्ञाकारी पुत्र थे। पिता I
परशुराम से प्रसन्नता के लिए राजी ज्वर के लिए। इस पर दोबारा मिलने वाली उपहार। अपने पुत्र की तीव्र बुद्धि देखकर ऋषि पिता ने परशुराम को दिक्दिगंत तक ख्याति अर्जित की और सभी शास्त्र और शस्त्र का ज्ञाता होने का आशीर्वाद भी दिया। लेकिन इस कथानक से भगवान परशुराम को हत्या करने का दोष लगा। इससे मुक्ति पाने के लिए परशुराम ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की। तपस्या से खुश शिव ने परशुराम को पाप से मुक्त किया और मृत्युलोक के कल्याण के लिए परशु अस्त्र-प्रस्तावित किया। इसके लिए बाद में परशुराम कहलाये।
परशुराम जुबली तारीख और शुभ मुहूर्त
- परशुराम जुबली तारीख: 14 मई 2021, शुक्रवार
- तैरिया तारीख प्रारंभ करें: 14 मई 2021 (सुबह 05:38)
- तिथि तिथि समाप्त: 15 मई 2021 (सुबह 07:59 बजे)
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